‘इतने जूते मारूंगा कि गंजे हो जाओगे…’ बांदा में SDM पर लेखपाल को धमकाने का आरोप, ADM ने दिए जांच के आदेश
punjabkesari.in Sunday, Nov 02, 2025 - 04:13 AM (IST)
Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक SDM और लेखपाल के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया है। नरैनी तहसील के चकबंदी कार्यालय में तैनात लेखपाल विकास सिंह ने SDM अमित शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने अवैध निर्माण की रिपोर्ट अपने मुताबिक न लगाने पर उन्हें बंधक बनाकर पीटा और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला गरमाया और ADM वित्त कुमार धर्मेंद्र ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
लेखपाल का आरोप- “डेढ़ घंटे तक रखा बंधक, जबरन रिपोर्ट लिखवाई”
लेखपाल विकास सिंह ने बताया कि 29 अक्टूबर को पथरा गांव में एक अवैध निर्माण की शिकायत आई थी। उन्होंने जब रिपोर्ट में निर्माण को अवैध बताया तो SDM अमित शुक्ला नाराज हो गए। “उन्होंने मुझे कमरे में बुलाया, गालियां दीं और धमकाते हुए कहा – ‘इतने जूते मारूंगा कि गंजे हो जाओगे।’ उन्होंने मेरा मोबाइल छीन लिया और डेढ़ घंटे तक बंधक बनाकर रखा।” विकास सिंह का आरोप है कि इस दौरान जबरन रिपोर्ट बदलवाने की कोशिश की गई। इस घटना के बाद जिले के अन्य चकबंदी कर्मियों में आक्रोश फैल गया है। कई लेखपालों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
SDM ने कहा – “झूठे और निराधार आरोप”
वहीं SDM अमित शुक्ला ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि लेखपाल अपने सरकारी दायित्वों का पालन नहीं कर रहे थे। “लेखपाल से मैंने सिर्फ यह पूछा कि उन्होंने गलत रिपोर्ट क्यों लगाई। उनके सारे आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं।” SDM ने कहा कि वह अपनी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
ADM ने दिए जांच के आदेश
ADM (वित्त एवं राजस्व) धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मामला चकबंदी विभाग और जिला प्रशासन दोनों स्तरों पर जांच के अधीन है। उन्होंने कहा, “मामला पथरा गांव का है जो आबादी क्षेत्र में आता है। चकबंदी विभाग को इस पर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए थी। संबंधित नोटिस वापस ले लिया गया है। अब दोनों पक्षों की जांच की जाएगी, इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।”
जिले में मचा हड़कंप
घटना के बाद चकबंदी विभाग के कर्मचारियों ने SDM के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है। उनका कहना है कि अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर काम करवाना आम बात हो चुकी है। प्रशासन ने कर्मचारियों से संयम बनाए रखने और जांच के परिणाम का इंतजार करने की अपील की है।

