सनातन धर्म खतरे में पड़ेगा तो विश्व स्तर पर मानवता खतरे में पड़ जाएगी: योगी

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2024 - 07:05 PM (IST)

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के लोगों के सामने विकसित भारत का लक्ष्य रखा है, जिसे प्राप्त करने में नागरिक कर्तव्य सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। योगी ने कहा कि देश और सनातन धर्म के लिए अब लोगों को अपने अधिकारों की चिंता कम और नागरिक कर्तव्यों के विषय में अधिक चिंतन करना होगा। उन्होंने कहा कि सनातन ही दुनिया का एकमात्र धर्म है और सनातन धर्म सुरक्षित एवं समृद्धि के पथ पर अग्रसर रहेगा तो विश्व स्तर पर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। योगी ने कहा कि यदि सनातन धर्म खतरे में पड़ेगा तो विश्व स्तर पर मानवता खतरे में पड़ जाएगी।

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सनातन धर्म के लिए समर्पित थे अशोक सिंघल
एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पतिवार को अयोध्या में सिंघल फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित भारतात्मा अशोक सिंघल वेद पुरस्कार- 2024 के पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अशोक सिंघल जी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी, लेकिन उनका जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक प्रचारक के रुप में सनातन धर्म के लिए समर्पित था। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन और अशोक सिंघल एक-दूसरे के पूरक थे।

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श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में अशोक सिंघल के योगदान का प्रतिफल
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंघल जी के पास सोते, जागते, उठते, बैठते सिर्फ एक ही कार्य था, श्रीराम जन्मभूमि की प्राप्ति, इसके लिए वह शांति और क्रांति दोनों मार्गों को अपनाने को आतुर रहते थे। योगी ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में अशोक सिंघल के योगदान का प्रतिफल है कि 22 जनवरी 2024 के दिन इस सदी की सबसे उत्कृष्ट घटना घटी। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों से भव्य मंदिर में प्रभु श्री रामलला विराजमान हुए। साधना जब सच्ची होती है तो परिणाम प्राप्त होता ही है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्री रामलला का विराजमान होना गुलामी के अंशों की समाप्ति है, जो अब थमने वाला नहीं है।

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अखिल विश्व के धर्म का अगर कोई मूल है तो वेद हैं
योगी ने कहा कि अछूतोद्धार के लिए सिंघल जी के प्रयास अतुलनीय है, उनके द्वारा स्थापित वेद विद्यालय और एकल विद्यालय भी श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि वेदो अखिलो धर्म मूलम् यानी अखिल विश्व के धर्म का अगर कोई मूल है तो वेद हैं, श्रद्धेय अशोक सिंघल ने वेदों के इस महत्व को अपने जीवन में अक्षरशः उतारने का कार्य किया था। उन्होंने कहा कि दुनिया आज शांति, सुरक्षा और सौहार्द्र के लिए भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देखती है। पूरी दुनिया में आज कोई भी घटना घटित होती है तो दुनिया की निगाह भारत के नेतृत्व की तरफ होती है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में जब भी शांति, सौहार्द्र, सुख और समृद्धि की बात होगी तो दुनिया का ध्यान भारत के गुरुकुलों की तरफ जाएगा, भारत ही उसका नेतृत्व करेगा। इस अवसर पर वेद मूर्ति वयोवृद्ध ब्रह्मर्षि विष्णु पटल सुब्रमण्यम को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड ,आचार्य गोपाल चंद्र मिश्र वैदिक उन्नयन संस्थान, काशी, उत्तर प्रदेश को उत्तम वेद विद्यालय के लिए सात लाख का पुरस्कार, पदक व प्रमाण पत्र,आदर्श वेदाध्यापक कुलपति आर. चंद्रमौलि श्रौती, तमिलनाडु को पांच लाख का पुरस्कार तथा पदक व प्रमाण पत्र, उत्कृष्ट वेद विद्यार्थी नारायण लाल शर्मा राजस्थान को तीन लाख का पुरस्कार, पदक व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।


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Content Writer

Ramkesh

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