दिया नहीं सुविधा शुल्क तो सचिव ने वृद्ध को मृत किया घोषित, अब अधिकारीयों से लगा रहा है जिंदा होने की गुहार

punjabkesari.in Thursday, Dec 30, 2021 - 02:36 PM (IST)

बांदा: जिले के विकासखंड बिसंडा के ग्राम पंचायत कैरी गांव निवासी एक वृद्ध को सचिव द्वारा जांच में मृत दिखाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जन सुनवाई के दौरान जब वृद्ध ने इसकी शिकायत राज्य महिला आयोग की सदस्य से की तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए खंड विकास अधिकारी बिसंडा को जांच के आदेश दिए। वहीं वृद्ध का कहना है कि लगभग आधा वर्ष गुजर चुका  और उसकी पेंशन बंद है।  वह अधिकारियों के चौखट में अपने आप को जिंदा दिखाने व साबित करने के प्रयास में लगा है।

बता दें कि पूरा मामला कैरी गांव निवासी गरीब वृद्ध चुनवाद का है जिसने नवंबर में आयोजित जनसुनवाई के कार्यक्रम के दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रभा गुप्ता को शिकायती पत्र देकर बताया था कि सचिव के द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया है। जबकि वह जीवित है उसने कहा कि इस प्रकरण की जांच करवाकर उसे न्याय दिलवाया जाए। उसने बताया कि उसकी उम्र 75 वर्ष है मेहनत मजदूरी नहीं कर सकता अस्वस्थ व गरीबी के चलते शासन द्वारा उसे पेंशन का लाभ दिया जा रहा था।

पीड़ित ने बताया कि इसी वर्ष मई- जून माह में हुए सत्यापन व जांच के कार्य दौरान सचिव ने उसे मृत दिखा दिया। जिससे उसकी पेंशन 6 माह से बंद है चुनवाद का आरोप था कि सचिव द्वारा उससे सुविधा शुल्क मांगी गई है जिसे न देने पर उसने उसे जांच में मृत घोषित कर दिया। वह अब अधिकारियों के दरवाजे अपने आप को जिंदा साबित करने का संघर्ष कर रहा है।
 

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Ramkesh