UP में 15 औद्योगिक क्षेत्रों को सौर ऊर्जा युक्त करेगा IIA: नीरज सिंघल
punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2024 - 09:10 PM (IST)
लखनऊ: इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) के अध्यक्ष नीरज सिंहल ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में 15 औद्योगिक क्षेत्रों में सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित करने के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। ग्रीन एनर्जी बिजनेस कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुये उन्होने कहा ‘‘ हमें इण्डस्ट्रीज को डीकार्बोनाइजेशन की ओर ले जाकर उनको कार्बन केडिट का लाभ दिलाना है। इसके लिए आईआईए ने निर्णय लिया है कि उत्तर प्रदेश में 15 औद्योगिक क्षेत्रों में सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित करने के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इस अभियान का शुभारम्भ आईआईए द्वारा शामली औद्योगिक क्षेत्र से कर दी है, जहाँ आईआईए सदस्यों द्वारा 8.5 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित किये जा रहे है। सर्वे के अनुसार सदस्यों ने 28 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की है।
औद्योगिक क्षेत्रों में सौर ऊर्जा उत्पादन की अपार सम्भावनाए उपलब्ध
सिंहल ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में सौर ऊर्जा उत्पादन की अपार सम्भावनाए उपलब्ध है। केवल यूपीसीडा के 154 औद्योगिक क्षेत्रों में 46660 एकड़ भूमि पर उद्योग स्थापित है यदि इस भूमि के 25 प्रतिशत क्षेत्र पर भी रूफ टॉप सोलर संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा जाए तो हमें 11000 एकड़ क्षेत्रफल उपलब्ध होगा जिसमें कई गीगावाट सोलर पावर का उत्पादन सम्भव है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए श्री सिंघल ने सुझाव दिया कि सोलर ओपन एक्सेस की सीमा 100 किलोवाट तक घटाई जाए जो अभी 1 मेगावाट है. सूक्ष्म स्तर के उद्योगों को नेट मीटरिंग की सुविधा प्रदान की जाए और उन्हे घरेलू उपभोक्ताओं की तरह सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए सब्सिडी दी जाए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ऊर्जा महेश कुमार गुप्ता ने कहा कि जब से प्रदेश सरकार द्वारा नई सौर ऊर्जा नीति-2022 तथा बायो एनर्जी पॉलिसी -2022 प्रख्यापित की है तब से सौर ऊर्जा में उत्साहवर्धक निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए है जिनमें से लगभग 16 प्रतिशत प्रस्ताव घरातल पर फलीभूत भी हो चुके हैं। गुप्ता ने आईआईए और कान्क्लेव में उपस्थित उद्यमियों से आव्हन किया कि वे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर और वायो एनर्जी हाइब्रिड ऊर्जा उत्पादन सयंत्र स्थापित करें जिसकी अपार सम्भावनॉए है।
सौर ऊर्जा संयन्त्र स्थापित करने के लिए प्रक्रियाओं का भी सरलीकरण
डायरेक्टर यूपीनेडा अनुपम शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी सरकारी भवनों तथा शिक्षण संस्थानों में सौर ऊर्जा संयन्त्र स्थापित करने का निर्णय लिया है जिसके लिए नेटमीटरिंग व्यवस्था लागू कर दी गई है और रेस्को माडल पर भी सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये जा रहे है। शुक्ला ने कहा कि सौर ऊर्जा संयन्त्र स्थापित करने के लिए प्रक्रियाओं का भी सरलीकरण कर दिया गया है। आने वाले समय में उपभोक्ताओं को जो परेशानियों वर्तमान में हो रही थी वे अब नही होंगी। कान्क्लेव में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 150 उद्यमियों ने भाग लिया जबकि विशेषज्ञों के रूप में टाटा पावर लिमिटेड, अडानी सोलर, दिये इन्वटर्र, एमपेरा एनर्जी, सात्विक सोलर, कैंडी सोलर, क्रेडिट फेयर, टू पॉवर अर्थिग, ग्रीन फलेम, आरएवीसी सोल्यूशन प्रा0लि0 तथा यूपीनेडा के प्रतिनिधियों ने प्रतिभागियों को सम्बोधित किया तथा उनके प्रश्नों के उत्तर दिये। कान्क्लेव में एक मिनी प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें 15 सोलर कम्पनियों द्वारा अपने विशिष्ठ उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया गया।