IIT कानपुर ने तैयार किया रीयूजेबल मास्क, कोरोना जैस घातक वायरस प्रवेश करते ही हो जाएंगे नष्ट

punjabkesari.in Saturday, May 02, 2020 - 11:42 AM (IST)

कानपुर: कोरोना वायरस को कहर पूरी दुनिया में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक और पूर्व छात्र कोरोना वायरस को मारने वाला रीयूजेबल मास्क तैयार करने में जुटे हैं। इस एन-95 मास्क में कोरोना जैसे घातक वायरस प्रवेश करते ही मर जाएंगे। मास्क को तैयार करने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (डीएसटी) फंडिंग कर रहा है। सिट्रा, कोयंबटूर (साउथ इंडिया टेक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन) से अनुमति मिलने के बाद मास्क को मार्केट में लाया जाएगा।
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एन-95 मास्क के परिणाम भी मिले आश्चर्यजनक
बता दें कि कोरोना के इलाज और उससे सुरक्षित रखने को लेकर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के वैज्ञानिक नए-नए शोध कर रहे हैं। यहां के पूर्व छात्र डॉ. संदीप पाटिल ने एन-95 मास्क बनाया था जो संक्रमितों का इलाज करने वाले डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए काफी उपयोगी साबित हुआ। अब केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. शिवाकुमार ने डॉ. संदीप के साथ मिलकर एन-95 मास्क को और सुरक्षित बनाने पर शोध किया। इस टीम में केमिस्ट्री विभाग के कुछ प्रोफेसर भी शामिल हैं। शोध पूरा हो गया है और उसके परिणाम भी आश्चर्यजनक मिले हैं।
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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इसे उपयोगी बताया
छात्र डॉ. संदीप के मुताबिक नया एन-95 मास्क पूरी तरह एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल होगा। नैनोफाइबर संग मेटल के नैनो पार्टिकल और एक विशेष कोटिंग के प्रयोग से बने इस मास्क के संपर्क में आते ही कोविड-19 जैसे सभी वायरस मर जाएंगे। मास्क में चार लेयर हैं। पहली लेयर कुअर्स फिल्टर, दूसरी लेयर माइक्रो फिल्टर, तीसरी लेयर नैनो फिल्टर और चौथी लेयर सुपर साफ्ट होगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भविष्य की समस्याओं को लेकर इसे बड़ा उपयोगी बताया है। इस सफलता पर डीएसटी ने भी टीम को बधाई दी है।

 


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Edited By

Umakant yadav

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