धड़ल्ले से चल रहा अवैध रेत खनन का व्यापार, प्रशासन को आईना दिखा कुछ ही घंटों में निकल जाती है कई 4 सौ ट्रकें

punjabkesari.in Tuesday, Jun 01, 2021 - 07:15 PM (IST)

रामपुरः कोरोना संकट का दौर और अवैध व्यापार तेजी से उन्नति पर है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बावजूद अवैध व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है। रामपुर के थाना टांडा क्षेत्र में ओवरलोड रेत के भरे हुए ट्रकों से अवैध खनन अधिकारियों की देखरेख में बदस्तूर जारी है। सरकार खनन माफियाओं को लेकर सख्त चेतावनी जारी कर चुकी है और लगातार उन पर बड़े स्तर पर कार्यवाही भी की जा रही है लेकिन रामपुर में रात का अंधेरा होते ही धड़ल्ले से खनन से लदे ट्रकों का निकलना जारी है।

ऐसे चलता है अवैध खनन का खेल
बता दें कि रामपुर जिले की कोतवाली स्वार क्षेत्र की चौकी मसवासी में धोसीपुरा धाट, चौहद्दी चोहद्दा, जमना जमनी, करीमपुर और दढ़ियाल में अवैध खनन रात के अंधेरे में होता है लेकिन नैनीताल रोड से गुजरने के लिए खनन माफियाओं को तहसील के अधिकारियों से मंजूरी लेनी होती है जिसके लिए एंट्री जमा करना होता है यानी ट्रकों के नंबर की एक लंबी चौड़ी लिस्ट अधिकारियों तक पहुँचाई जाती है।

इतना ही नहीं ट्रकों के निकलने से पहले ही यह बता दिया जाता है कि रात को यह गाड़ियां रोड से गुजरने वाली है और कोई भी इन्हें रोकने की जहमत नहीं उठाएगा और देखते ही देखते कुछ ही घंटों में रोड से 300-400 अधिक वाहनों को निकाल दिया जाता है।

ऐसे अधिकारियों को ट्रेस करते हैं खनन माफिया
दरअसल खनन का काला कारोबार यूं तो वर्षों से इन क्षेत्रों में किया जाता रहा है लेकिन एंट्री के बाद भी अधिकारियों की ट्रेसिंग की जाती है और तहसील और अन्य प्रशानिक अधिकारियों के अबास पर फिल्डरों को खड़ा किया जाता है। यानी अधिकारियों की गाड़ी स्टार्ट होते ही खनन माफियाओं को यह जानकारी प्राप्त हो जाती है कि वह चेकिंग के लिए निकल रहे हैं और रास्ते से ही वाहनों को हटा दिया जाता है और अधिकारियों के पहुंचने पर रोड सुनसान हो जाता है।

Content Writer

Moulshree Tripathi