अंग्रेजी पढ़कर ही आगे जा पाएंगे ये लोगों को भ्रम है: रामनाईक

punjabkesari.in Friday, Feb 09, 2018 - 04:35 PM (IST)

वाराणसीः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक वाराणसी के डीरेका में आयोजित उत्तरी क्षेत्रों का क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन में पहुंचे। इस कार्यक्रम की शुरूआत रामनाईक ने दीप प्रज्वलित कर किया। जहां उन्होंने कहा कि अंग्रेजी पढ़कर ही आगे जा पाएंगे ये लोगों को भ्रम है।

दरअसल कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे रामनाईक से मीडिया ने एक सवाल किया कि हिंदी को आगे बढाने की इतनी कोशिशों के बाद भी यूपी बोर्ड की परीक्षा में 50 हजार से ज्यादा छात्रों ने हिंदी की परीक्षा छोड़ दी हैं क्यो? इस बात का जवाब देते हुए रामनाईक ने कहा कि अंग्रेजी पढ़कर ही आगे जा पाएंगे ये लोगों को भ्रम है। प्राथमिक कक्षा से ही लोगों मे होड़ लग गई है कि वो अपनी मात्र भाषा हिंदी, गुजराती और मराठी छोड़कर अंग्रेजी भाषा में पढ़ाए। 

उन्होंने कहा कि सारी दुनिया में माना जाता है कि मात्र भाषा में दी गई प्राथमिक शिक्षा ही बेहतर होती है। अपनी मात्र भाषा में भी पढ़कर आगे जा सकते हैं। उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि जब छोटे-छोटे देश अपनी मात्र भाषा में काम कर सकते है तो हम क्यों नही कर सकते।

उन्होंने कहा कि प्राथमिक कक्षा से ही लोगों मे होड़ लग गई है कि वो अपनी मात्र भाषा हिंदी, गुजराती और मराठी छोड़कर अंग्रेजी भाषा में पढ़ाए। सारी दुनिया में माना जाता है कि मात्र भाषा में दी गई प्राथमिक शिक्षा ही बेहतर होती है। अपनी मात्र भाषा में भी पढ़कर आगे जा सकते हैं। उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि जब छोटे-छोटे देश अपनी मात्र भाषा में काम कर सकते है तो हम क्यों नही कर सकते।

यूपी में बोर्ड परीक्षा में नकल रोक पर राज्यपाल ने कहा कि कुछ लोगों को लगता था कि नकल करो और झूठी डिग्री और सर्टिफिकेट ले लो, उसपर प्रशासन लगाम कस रहा है। इसमे निश्चित रूप से सुधार आएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे कहने में भी पीड़ा होती है कि उत्तर प्रदेश में इस(नकल) वाले व्यवहार के कारण उत्तर प्रदेश की उत्तर प्रदेश के बाहर काफी बदनामी होती है। 

विधान सभा मे बजट सत्र के दौरान विपक्षी दल द्वारा कागज के गोले फेंकने के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि इस बारे में मैं कुछ कहना उचित नही समझता इसके बारे में जनता अपनी राय बनाएगी और पत्रकार भी योग्य ढंग से अपनी अभिव्यक्ति कर सकते हैं।