आयुष्मान बीमा योजना में फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा, सत्यापन करने पर 900 लोग मिले अपात्र

punjabkesari.in Saturday, Jul 07, 2018 - 04:33 PM (IST)

संभलः याेगी सरकार भ्रष्टाचार, घूसखोरी, फर्जीवाड़े मुक्त शासन करने का दावा करती है, लेकिन उनके लापरवाह और लालची अधिकारी इन दावों पर पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। ताजा मामला संभल जिले का है। जहां गरीबों की सेहत और उनके इलाज के सरकार ने आयुष्मान बीमा योजना लागू की। वहीं इस बीमा योजना की सूची का सत्यापन किया गया तो उसमें 900 लोग अपात्र मिले। ये सभी लोग फर्जी तरीके से शामिल किए गए हैं।

बता दें कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की और सरकार ने 1 अप्रैल से  आयुषमान बीमा योजना लागू की है। इस योजना के तहत गरीबों और असहाय लोगों के परिवार को प्रति वर्ष प्रति परिवार के हिसाब से 5 लाख रूपए तक का कैश लेश  स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत शामिल परिवार के किसी भी सदस्य की गंभीर बीमारी का इलाज करा सकता है, लेकिन जिस तरह से संभल में आयुष्मान बीमा योजना की सूची के सत्यापन में सैकड़ों अपात्र मिल रहे है। इस योजना पर सवाल खड़ा कर दिया है।

इस योजना का लाभ जरुरतमन्दों को देने के लिए स्वास्थ्य महकमे और निकाय कर्मचारियों  की टीम द्वारा जिले में सत्यापन का काम किया  जा रहा है। सत्यापन के लिए 2011 के आर्थिक सामाजिक ,एव जाति जनगढ़ना को आधार बनाया गया है। सत्यापन की शरुआत चन्दौसी, संभल सिरसी नरौली से की गई है। यहां आयुष्मान बीमा योजना की सूची में जिले में चन्दौसी के 7000 लोग शामिल थे। सत्यापन कार्य में लगी टीम ने जब मौके पर जाकर सूची में शामिल लोगों का सत्यापन किया तो अकेले चन्दौसी में ही 900 लोग अपात्र निकले। यह ऐसे लोग है जो लखपति, करोडपति और सरकारी कर्मचारी हैं। पूरे जिले की बात की जाए तो ऐसे अपात्रों की संख्या हजारों में हैं।

अब बड़ा सवाल यह है कि आखीरकार किन लोगों की मिलीभगत से यह नाम इस सूची में शामिल किए गए हैं। इस सन्दर्भ में जब जिले की सीएमओ से जानकारी की गई तो उनका कहना था की यह सूची उन्हें सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई है। लेकिन यदि सूची में अपात्र लोगों के नाम शामिल है, तो उनका सत्यापन करा कर उनके नाम हटाए जाएंगे। 

Tamanna Bhardwaj