मुठभेड़ में आंतकी मन्नान वानी ढेर, शहीद घोषित करने पर AMU में बवाल

punjabkesari.in Friday, Oct 12, 2018 - 11:17 AM (IST)

अलीगढ़ः जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कालर से हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर बना मन्नान बशीर वानी भी मारा गया। इसकी खबर जैसे ही विश्वविद्यालय में पहुंची तो कुछ छात्रों ने उसे शहीद घोषित करने की कोशिश की। इतना ही नहीं नमाज-ए-जनाजा का आयोजन भी किया गया, जिस पर युनिवर्सिटी में बवाल हो गया। 

मन्नान बशीर वानी की मौत पर नमाज-ए-जनाजा का आयोजन किए जाने की खबर सोशल मीडिया पर सभी को दी गई। ए.एम.यू. परिसर के सबसे प्रतिष्ठित कैनेडी हॉल में निर्धारित समय पर कश्मीर के करीब 150 छात्र जमा हो गए। जिस पर सीनियर छात्रों ने इसका विरोध किया। सूचना पर प्रोक्टोरिअल बोर्ड भी मौके पर पहुंचा। इस दौरान कश्मीरी छात्रों की उनसे नोकझोंक भी हुई। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को भगा दिया।

छात्रों को किया गया निलंबित 
गनीमत रही कि सीनियर छात्रों के विरोध और प्रोक्टोरियल बोर्ड की सूझबूझ से स्थिति काबू में रही। मन्नान को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग पर अड़े चार छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जबकि अनुशासनहीनता के लिए तीन छात्रों को निलंबित किया गया है।

जम्मू कश्मीर में हुई मुठभेड़
बता दें कि इस आपरेशन में दो जवान भी घायल हुए हैं। हंदवाड़ा के शाटगुंड इलाके में मन्नान वानी के दो साथियों के साथ मौजूद होने की सूचना पर सुरक्षा बलों ने घेराबंदी की थी। राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ और एसओजी ने घेराबंदी सख्त करते हुए आतंकियों को समर्पण का मौका दिया, लेकिन उन्होंने समर्पण करने के बजाय फायरिंग कर घेराबंदी तोड़कर भागने का प्रयास किया। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकियों को मार गिराया गया। बाद में इनकी शिनाख्त कुपवाड़ा के तकीपोरा के मन्नान बशीर वानी और तुलवारी लंगेट के आशिक हुसैन जरगर के तौर पर की गई।

 

Ruby