मीरा बनी यमुनाः बचपन से देखा था कृष्ण से शादी का सपना, मूर्ति संग लिए 7 फेरे

punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2019 - 06:23 PM (IST)

अलीगढ़ः द्वापर युग में आपने कान्हा की प्रेमी मीरा का नाम तो सुना होगा, जिस तरीके से मीरा ने कान्हा की भक्ति करके कान्हा को अपने मन में उतार लिया।

उसी प्रकार अलीगढ़ की सचिन उर्फ यमुना कान्हा की भक्ति को अपने मन में उतार कर कान्हा की मूर्ति के साथ सात फेरे लेकर कान्हा को अपना जीवन साथी बना लिया।

मामला अलीगढ़ की विकास लोक कॉलोनी में सचिन उर्फ यमुना (30) पुत्री स्वर्गीय छत्रपाल को बचपन से ही कान्हा की भक्ति का बड़ा शौक था। वह बचपन से ही कान्हा की सेवा करती थी। कलयुग में भी सचिन उर्फ यमुना को दूसरी मीरा का अवतार कहें तो यह बिल्कुल सच है।

मीरा पोस्ट ग्रेजुएशन की हुई है, उसके बाद भी आज मीरा ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शास्त्र पद्धति के कान्हा की मूर्ति के साथ सात फेरे लेकर कान्हा को अपने जीवन स्वामी के रूप में बना लिया।

माना जाता है कि भक्ति का रंग बहुत कम लोगों पर चढ़ता है, लेकिन जिस पर भी कान्हा की भक्ति का रंग चढ़ जाता है तो वह द्वापर युग की मीरा बन जाता है।

उसी प्रकार सचिन उर्फ यमुना ने भी शास्त्र पद्धति के अनुसार ब्राह्मणों द्वारा अग्नि को साक्षी मानकर पति रूपी कान्हा की प्रतिमा के साथ सात फेरे लेकर उनको अपना जीवन स्वामी बना लिया है।

आम शादियों तरह सचिन उर्फ यमुना की भी शादी की बरात आई। दावत भी हुई, नाच गाना भी हुआ। अब देखते हैं लोग इस शादी को किस नजर से देखते हैं।

Tamanna Bhardwaj