ससुरालियों ने विवाहिता पर किया जानलेवा हमला, पुलिस ने उल्टा पीड़ित परिवार पर की कार्रवाई

punjabkesari.in Friday, Jun 19, 2020 - 03:04 PM (IST)

मेरठः यूपी के मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के शोभापुर में ससुरालियों ने विवाहिता को मारने की नियत से उस पर हमला कर दिया। गनीमत रही कि सही समय पर डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद घायल विवाहिता को पुलिस थाने लेकर आई। इस दौरान महिला के शरीर पर गंभीर चोटें आई हुई थी। काफी खून बह रहा था। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह उसके परिजनों पर ही कार्रवाई की है। 

दरअसल, जिले के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के शोभापुर में शाइस्ता नाम की महिला की शादी आलम नाम के शख्स से हुई थी, लेकिन शादी के बाद से ही आलम शाइस्ता के साथ मारपीट करने लगा। शाइस्ता का एक 3 साल का बच्चा भी है। शाइस्ता का आरोप है कि वह कुछ दिन पहले ही अपनी ससुराल आई थी, लेकिन उसके बाद ही उसके पति आलम ने उसके साथ मारपीट की।

शाइस्ता का आरोप है कि उसने इस बात की शिकायत लिखित में कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की योगी पुरम चौकी पर शिकायत की। जिसमें उसने अपनी जान का खतरा बताते हुए पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई, लेकिन इसके बावजूद थाना पुलिस ने कुछ नहीं किया। शाइस्ता के साथ उसके ससुराल वालों ने जान से मारने की नियत से मारपीट की। शाइस्ता पर धारदार हथियार से हमला किया गया। गनीमत रही की इस बात की थाना और चौकी पुलिस को सूचना ना देकर पीड़िता ने डायल 112 को दे दी। मौके पर पहुंची डायल 112 पुलिस ने शाइस्ता को ससुराल वालों के चुंगल से निकाला और थाने ले गई, यहां पर शाइस्ता का पति आलम भी पहुंच गया।

पीड़िता ने आरोप लगाया कि पति की शिकायत के बाद ही पुलिसकर्मी उसके पति को जेल भेजने की बात कर रहे थे कि उसके पति को जेल भेज दिया गया है, लेकिन आज अचानक से महिला का पति थाने में पहुंच गया। जिस पर भी पीड़िता ने सवाल खड़े किए। पीड़िता की मानें तो पुलिस उसको यह कहकर टाल रही थी कि उसका पति जेल चला गया, लेकिन उसका पति यही थाने में घूमता मिला। ऐसे में पुलिस ने उससे झूठ बोलकर इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी अधिकारी का वर्जन नहीं आया है।

पीड़िता के मुताबिक उसने जान का खतरा बताते हुए पहले ही चौकी के इंचार्ज को अवगत कराया था। बावजूद इसके चौकी इंचार्ज ने कोई कार्रवाई नहीं की इतना ही नहीं जब शाइस्ता के साथ उसके परिजन मारपीट कर रहे थे तो शाइस्ता के परिजनों ने इसकी सूचना चौकी इंचार्ज को दी, बावजूद इसके भी चौकी इंचार्ज जितेंद्र कुमार मौके पर नहीं पहुंचे। मजबूरन पीड़ितों ने इसकी सूचना डायल 112 को दी। थाना पुलिस ने पीड़िता को इंसाफ ना दिलवाकर उसके ही परिजनों का धारा 151 का चालान कर दिया। जबकि आरोपी पक्ष के केवल 2 लोगों का चालान किया गया पुलिस के इस रवैये को देखकर पीड़ित हैरान है। 

Tamanna Bhardwaj