आवास के अभाव में विधवा महिला को शौचालय में ही करना पड़ रहा गुजर-बसर

punjabkesari.in Sunday, Nov 19, 2017 - 10:25 AM (IST)

कन्नौजः स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) एवं लोहिया स्वच्छता योजना के तहत गांव-गांव में शौचालय तो बनवाए जा रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर नहीं। ऐसा ही एक मामला कन्नौज में देखने को मिला है, जहां एक औरत को शौचालय तो मुहैया करा दिया गया, लेकिन रहने के लिए घर नहीं। जिस कारण औरत को अपना गुजारा शौचालय में ही करना पड़ रहा है।

दरअसल मामला जिला कन्नौज मुख्यालय से 28 किमी दूर गुगरापुर का है। जहां विधवा सरबती आवास न होने की वजह से कुछ महीनों पहले मिले शौचालय में अपनी गृहस्थी चला रही हैं। महिला का कहना है कि उसकी एक आंख भी खराब है। कच्चा घर था, लेकिन कई महीनों से गिरा पड़ा है। चूल्हा भी शौचालय के निकट ही जलता है।

सरबती की यह मजबूरी पूरी तरह से उसकी गरीबी से जुड़ी है। जिसके पास रहने के लिए न तो आवास है और न ही आवास के लिए किसी योजना का लाभ। इस महिला ने आवास के लिए तहसील दिवस से लेकर अधिकारियों की चौखट तक गुहार लगा डाली लेकिन उसके हाथ निराशा ही लगी। आखिरकार इस महिला को आवास तो नहीं मिला लेकिन योजना के तहत उसको एक शौचालय जरूर मुहैया करवा दिया गया।

जिसके बाद अपने शौचालय को ही अपना आवास बनाकर मजबूरी में गुजर बसर करने लगी और शौचालय में अधिक जगह न होने के कारण वह अपना भोजन और भोजन बनाने के साधन सभी इसी शौचालय में रखने लगी। उसके पास इतनी भी जगह नहीं है कि वह कहीं अपना भोजन सुरक्षित रख सके।