बंदरों के हमले में छत से गिरे अधेड़ ग्रामीण की मौत, लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जताया रोष

punjabkesari.in Sunday, May 12, 2019 - 09:15 AM (IST)

मथुराः  उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के एक गांव में बंदरों के हमले से छत से गिर गए एक अंधेड़ उम्र ग्रामीण की मौत हो गई। मथुरा में बंदरों के कारण लोगों के मरने के कई मामले सामने आ रहे हैं। लोग इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर कोई प्रयास नहीं होने का आरोप लगाते हुए रोष जता रहे हैं।

छाता कोतवाली क्षेत्र के गांव खायरा निवासी केशवदेव (53) पुत्र राम सिंह सुबह के वक्त छत पर बैठे थे। उसी समय बंदरों का एक झुंड मकान की छत पर आ गया। बंदरों ने केशवदेव पर हमला कर दिया। केशवदेव ने बचने के काफी प्रयास किए लेकिन बंदर पीछे नहीं हटे। इस दौरान केशवदेव छत से नीचे गिर गए। जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आईं। परिवार वाले उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि बंदर पहले भी कई लोगों पर हमले कर चुके हैं। बंदरों को पकड़ने की मांग कई दफा की गई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

दूसरी ओर, वृंदावन में पिछले कुछ दिनों में बंदरों के मारे जाने के मामले में आगरा स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला के संयुक्त निदेशक डॉ. ए के मित्तल ने बताया कि वृन्दावन सहित कई स्थानों से बंदरों के विसरा में चूहे मारने वाली दवा के अंश मिले हैं। जिससे प्रतीत होता है कि लोग बंदरों से बचने के लिए उन्हें जहरीला पदार्थ खिलाकर मारने के प्रयास कर रहे हैं। डॉ. मित्तल के अनुसार इसी प्रकार किसान फसलों को बचाने के लिए अक्सर गायों तथा मोरों को भी आटे की लोई में जहरीली चीजें मिलाकर खिला देते हैं जिससे उनकी मृत्यु हो जाती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार वृन्दावन में गत 29 अप्रैल व 3 मई को मृत पाए गए दो बंदरों के विसरा आगरा विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजे गए हैं। उनकी रिपोर्ट मिल जाने के बाद परिणाम के अनुसार कार्रवाई तय की जाएगी।

Ruby