कासगंज हिंसा के मामले में बोले डिप्टी सीएम दिनेश, ''किसी भी हालत में नहीं बख्शे जाएंगे आरोपी''

punjabkesari.in Sunday, Jan 28, 2018 - 04:44 PM (IST)

कानपुरः कासगंज में भड़की हिंसा को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने इस हिंसा के पीछे सियासी साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कासगंज दंगे की साजिश का जल्द पर्दाफाश करने और असली कसूरवारों के चेहरे सामने लाने का ऐलान किया है। सरकार का मानना है कि जिस तरह विधान सभा के सामने आलू फेंकने के पीछे राजनैतिक साजिश सामने आई थी, उसी तरह कासगंज की साजिश भी जल्द सामने लाए जाएगी। इसके साथ ही कहा कि दंगे के आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

दरअसल डिप्टी सीएम रविवार को कानुपर में हो रहे योग महोत्सव के समापन में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ये बातें कही। दिनेश ने मीडिया से बातचीत में इन आरोपों को सिरे से नकार दिया कि ये दंगे प्रशासनिक विफलता का परिणाम थे और दावा किया कि जिन्होंने कासगंज दंगे की साजिश रची हैं उन्हें चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस बात के निर्देश दिए जा चुके हैं कि जिन्हें भी कसूरवार पाया जाए, उनके खिलाफ बेहिचक कार्रवाई की जाए। 

उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अपराधी या तो जेल में जाएंगे या फिर प्रदेश छोड़ दे। इस दौरान प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों को भी उन्होंने सियासत से जोड़ दिया और कहा कि कई आपराधिक वारदातें केवल दहशत फैलाने के लिए की जा रही है। 

लखनऊ की डकैती की वारदातों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि अपराधी लूटपाट कम कर रहे हैं, दहशत ज्यादा फैला रहे हैं। अपने दावे के समर्थन में उन्होंने लखनऊ के आलू कांड को दोहराया। उन्होंने कहा कि आलू फैकने के मामले में किसान नहीं थे बल्कि इसका कनेक्शन एक सियासी पार्टी से पाया गया था।

वहीं दिनेश रविवार कानपुर के एक विद्यालय में शिक्षक बिरादरी से रूबरू हुए और शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए नकल विहीन परीक्षाऐं कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में 30 जनवरी को वे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सभी जिलोे के डीएम, एसएसपी और जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ बैठक कर रहे हैं