गोरखनाथ मंदिर में CM योगी ने विधि-विधान से किया कन्या पूजन, कहा- नवरात्रि का पर्व है नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक

punjabkesari.in Thursday, Mar 30, 2023 - 02:16 PM (IST)

गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यानी चैत्र नवरात्र के नौंवे दिन विधि-विधान के साथ कन्या पूजन किया। उन्होंने भगवती मां की पूजा की और मां के नौ स्वरूपों की प्रतीक नौ कन्याओं का पूजन कर नवरात्र आराधना पूरी की। सीएम ने पहले 9 कन्याओं और एक बटुक भैरव के पांव पखारकर पूजा-अर्चना की, उसके बाद अपने हाथों से भोजन कराकर दक्षिणा के साथ उनकी विदाई की। इस दौरान सीएम ने कहा कि, नवरात्रि का पर्व नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक है।



बता दें कि, आज सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन किया और कहा कि, यही हमारी संस्कृति है। सीएम ने कहा कि नवरात्रि का पर्व नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक है। सनातन हिंदू धर्म में कुंवारी कन्याओं का पूजन और सत्कार आदि शक्ति मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का पूजन है। योगी ने कहा कि नवरात्र का अनुष्ठान आध्यात्मिक शक्ति के साथ-साथ सामाजिक एकता के माध्यम से राष्ट्रीय एकता का मजबूत करने का अवसर है। इसे हर सनातन अनुयायी को समझना होगा।



कन्या पूजन से पहले ब्रह्म मुहूर्त में सुबह चार बजे मुख्यमंत्री ने श्रीदुर्गा सप्तशती के पाठ और आरती के साथ मंदिर में देवी के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की आराधना भी की। बता दें कि आज चैत्र नवरात्र का आखिरी दिन है और मां दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। वे सिद्धिदात्री, सिंह वाहिनी, चतुर्भुजा तथा प्रसन्नवदना हैं। मार्कंडेय पुराण में अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व एवं वशित्व, ये आठ सिद्धियां बताई गई हैं। इन सभी सिद्धियों को देने वाली सिद्धिदात्री मां हैं। मां के दिव्य स्वरूप का ध्यान हमें अज्ञान, तमस, असंतोष आदि से निकालकर स्वाध्याय, उद्यम, उत्साह, क‌र्त्तव्यनिष्ठा की ओर ले जाता है और नैतिक व चारित्रिक रूप से सबल बनाता है।



वहीं, चैत्र नवरात्र की महाअष्टमी तिथि पर बीते बुधवार रात्रि गोरखनाथ मंदिर स्थित शक्तिपीठ में विधि विधान से मां महागौरी की पूजा अर्चना की। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पीठ की परंपरा के अनुसार हवन व आरती के साथ मुख्यमंत्री ने अनुष्ठान पूर्ण किया और मां जगतजननी से प्रदेशवासियों के मंगल की प्रार्थना की। 

Content Editor

Pooja Gill