बैठक में मुलायम ने सपाइयों को जमकर लताड़ा, कई नेताओं पर गिर सकती है गाज

punjabkesari.in Monday, May 27, 2019 - 06:02 PM (IST)

लखनऊः उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन कोई करिश्मा नहीं दिखा पाया। गठबंधन से तमाम उम्मीदों के बावजूद सपा के हिस्से मात्र पांच सीट और बसपा के खाते में दस सीटें आयीं। इतना ही नहीं यादव परिवार में से मुलायम और अखिलेश के सिवाय कोई भी अपनी सीट तक नहीं बचा पाया। हार के बाद आज सपा कार्यालय में बड़ी बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी शामिल हुए।

बैठक में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने पार्टी पदाधिकारियों को लापरवाही और जनता की नब्ज पकड़ने में नाकाम रहने के लिए खूब लताड़ लगाई। अखिलेश यादव ने पार्टी के सभी पदाधिकारियों को बात कर हार के कारणों की पूरी रिपोर्ट मांगी है। इतना ही सभी स्टूडेंट यूनिट के अध्यक्षों और जिलाध्यक्षों को भी बदला जा सकता है। इसके साथ ही नकारे नेताओं पर भी गाज गिर सकती है।

बताया जा रहा है कि हार से खफा अखिलेश यादव पार्टी के यूथ विंग में कुछ नेताओं की छुट्टी कर सकते हैं। जल्द ही नए प्रभारियों, संगठन अधिकारियों को नियुक्त किया जा सकता है। बैठक में चर्चा जोरों पर रही कि प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम को हटाया जा सकता है। उनकी जगह ओमप्रकाश को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा भी रही, हालांकि अखिलेश ने इस मामले में कोई फैसला नहीं किया।

बता दें कि सपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी पांच सीटें जीती थीं हालांकि उसका वोट प्रतिशत इस बार 4 प्रतिशत गिर गया। 2014 में यह 22.35 प्रतिशत था जो इस बार घटकर 18 प्रतिशत से कुछ नीचे आ गया। वहीं पिछले चुनाव में बसपा का खाता ही नहीं खुल पाया था लेकिन इस बार वह दस सीटें जीत गई। बसपा ने 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। कुल मिलाकर गठबंधन मात्र 15 सीटें ही जीत पाया। भाजपा और उसकी सहयोगी अपना दल (एस) ने मिलकर 64 सीटें जीतीं हालांकि 2014 में दोनों दलों ने मिलकर 73 सीटें जीती थीं।

 

 

Ruby