योगी राज में बेबस ‘राम’, सफाई के लिए खुद झाड़ू लेकर उतरे ‘भगवान’

punjabkesari.in Friday, Sep 29, 2017 - 12:21 PM (IST)

मेरठः एक तरफ जहां सूबे में भाजपा सरकार बनने के बाद भाजपा सरकार के मंत्री और विधायक पूरे सूबे में रामराज आने का दावा कर रहे है। वही हक़ीक़त की तस्वीर इससे काफी जुदा है। रामराज का दावा करने वाली सरकार में राम की ही बात नही सुनते है रामराज का दावा करने वाले अधिकारी , विधायक और मंत्री और इसी से मजबूर होकर राम, लक्ष्मण और सीता समेत अन्य लोगों को भी हाथ में फावड़ा और परात लेकर खुद सफाई करनी पड़ रही है।

दरअसल जिमखाना मैदान में सालों से रामलीला का आयोजन किया जाता आ रहा है और रामलीला भी ऐसी वैसी नही बल्कि ऐसी की जिसकी दूर दूर तक चर्चा की जाती है और दूर दूर से लोग इसे देखने आते हैं। लेकिन इस साल ये रामलीला के कलाकार और रामलीला कमेटी वाले परेशान है और हो भी क्यों न क्योकि राम के नाम का सहारा लेकर सत्ता में आने वाली पार्टी के अधिकारी, सांसद और विधायक तक इनकी बात सुनने को तैयार नही है।

बीते दिनों हुई बारिश ने जिमखाना मैदान को तालाब में बदल दिया है, जिसकी वजह से यहां रामलीला किए जाने और इसे देखने आने वाले लोगों को भारी परेशानी हो रही है। इसी परेशानी के चलते रामलीला कमेटी के लोगों ने अधिकारियों को समस्या बताई और इस समस्या का समाधान कराने के लिए गुहार लगाईं है।

सांसद और विधायक के दरबार में भी अपनी परेशानी रखी, लेकिन कोई हल नही हुआ। कमेटी अधिकारियो ने रामलीला को जिमखाना मैदान की जगह मैदान के पास में मौजूद धर्मशाला पर कराए जाने का फैसला किया लेकिन रामलीला शुरू होते ही धर्मशाला की जगह कम पड़ गई। इस समस्या का हल करने के लिए आज राम, लक्ष्मण और सीता समेत अन्य कलाकार अपने द्वारा निभाए जाने वाले किरदारों के कपडे पहन कर जिमखाना मैदान में पहुचे और सफाई में जुट गए।

इन कलाकारों का कहना है की जब कोई भी उनकी परेशानी सुनने और उसे हल करने को तैयार नही है तो ये लोग खुद ही इस परेशानी का हल कर लेंगे ।