वाराणसी में दिव्यांग पर बदमाशों ने बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां, CCTV फुटेज देखकर सहमें लोग

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2019 - 01:44 PM (IST)

वाराणसीः एक तरफ योगी सरकार पत्रकारों पर एफआईआर कर अपनी पुलिस को पत्रकारों के पीछे लगाती जा रही है तो वहीं अपराधी बेखौफ होकर दिन में फिल्मी स्टाइल में दुस्साहसिक ढंग से हत्या जैसे जघन्य अपराध को अंजाम देने से भी नहीं कतरा रहें हैं। वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र के मड़वा गांव में हुए इस सनसनीखेज मर्डर का लाइव वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया। जिसे देखकर किसी का भी कलेजा मुंह को आ जाएगा।

सीसीटीवी में साफ देखा जा सकता है कि सफेद शर्ट और पैंट में सबसे आगे वाला शख्स हैटमेट लगाए हुआ है तो उसके पीछे लाल शर्ट और जींस पहना शख्स गमछे से मुंह बांधा हुआ है। तभी सफेद शर्ट पहना सख्श अपनी कमर में दबाए एक पिस्टल और फिर दूसरी पिस्टल को निकालकर गोलियों की बौछार चाय-पान बेचने वाले दुकानदार पर कर देता है तो वहीं उसका लाल शर्ट वाला साथी भी दुकानदार को गोलियों से छलनी करने के बाद कई राउंड हवा में फायरिंग कर देता है।

ये किसी फिल्म की शूटिंग का नजारा नहीं, बल्कि असल हत्या का लाइव सीसीटीवी फुटेज है। जो 3 सितंबर को दो दिन पहले पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के क्षेत्र के मड़वा गांव में हुआ था। जिसमें जान गवाने वाला चाय-पान का दुकानदार गांव का ही 30 वर्षीय पैर से दिव्यांग दिलीप पटेल है। दिलीप रोज की तरह अपने घर से कुछ दूरी पर एक छोटी सी गोमती में दुकान पर बैठा था कि दोपहर लगभग 2 बजकर 43 मीनट पर दो यमदुत आकर दिलीप पर अपने असलहों का मुंह खोल दिए और दिव्यांग दिलीप को भागने का मौका तक नहीं मिला और वे वहीं ढेर हो गया। इस दिनदहाड़े दुस्साहसिक घटना में वहीं खड़े एक शख्स को भी पैर में भी गोली लगी जिसका उपचार अस्पताल में चल रहा है।

इस वारदात पर एसएसपी का कहना था कि वारदात की वजह आपसी रंजिश थी, कुछ दिन पहले ग्राम प्रधान राजेश की अपहरण की घटना हुई थी। जिसमें दिलीप और अन्य लोगों ने प्रधान का साथ दिया था, जिसके वजह से रंजिश पनपी थी। गोली मारने वाले के बारे में एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि अभी तक जो जानकारी है उसमें झुन्ना पंडित और रवि पटेल नामक बदमाश का नाम सामने आया है। वहीं 24 अगस्त मृतक दिलीप द्वारा प्रोटेक्शन दिए जाने को लेकर बात पर एसएसपी ने बताया कि जिस प्रधान का अपहरण हुआ था उसे प्रोटेक्शन दिया गया था मृतक उनके साथ काम करता था।




 

Tamanna Bhardwaj