मऊ से मैनपुरी तक अखिलेश के करीबियों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, क्या बढ़ते जनाधार से घबरा गई योगी सरकार?

punjabkesari.in Saturday, Dec 18, 2021 - 01:54 PM (IST)

लखनऊ: एक तरफ अखिलेश यादव रायबरेली से विजय यात्रा की शुरुआत कर रहे थे, तो दूसरी तरफ अखिलेश के करीबियों पर इनकम टैक्स की टीम अल सुबह ही छापेमारी करने पहुंच गई। क्या अखिलेश यादव के समाजवादी विजय यात्रा से भाजपा सरकार घबरा गई है? जो अबविपक्षी दलों के नेताओं के उपर अपने सरकारी तंत्र का प्रयोग शुरु कर दिया है। कहीं भाजपा को यह एहसास तो नहीं हो गया है कि उत्तर प्रदेश के जिस सियासी जमीन पर वोदुबारा सत्ता में आने का ख्वाब देख रही है वो सियासी जमीन ही अब खिसकने लगी है। क्यों कि अखिलेश की विजय यात्रा में जनसैलाब ही जनसैलाब नजर आ रहा है, जो भाजपा समेत तमाम दूसरे दलों के नींद को उड़ाने के लिए काफी है।

कहां-कहां हुई छापेमारी बात करें 18 दिसंबर की सुबह छापेमारी की तो उत्तर प्रदेश में सबसे पहले इनकम टैक्स टीम केछापेमारी की सूचना मऊ जिले से आई। जहां भारी पुलिस बल के साथ इनकम टैक्स की टीमसपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के सहादतपुरा स्थित घर पहुंची। राजीव राय के घरइनकम टैक्सी की टीम वाराणसी से पहुंची थी। अपने नेता के घर छापेमारी की सूचना केबाद भारी संख्या में समाजवादी समर्थक राजीव राय के घर के बाहर पहुंच कर हंगामाकरने लगे। 

इसके बाद इनकमटैक्स के छापे की सूचना मैनपुरी जिले से आई, जहां RCL ग्रुप के चेयरमैन मनोज यादव के घरइनकम टैक्स का छापा पड़ा। यहां इनकम टैक्स की टीम 12 गाड़ियों के काफिले के साथपहुंची, भारी संख्या में पहुंची पुलिस फोर्स ने मनोज यादव के घर को घेर लिया औरकिसी को भी अंदर या बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई। मनोज यादव के घर छापेमारीअखिलेश यादव के बेहद करीबी होने के नाते पड़ने की बात बताई जा रही है। मनोज यादवमैनपुरी जिले के शहर कोतवाली के मुहल्ला बंसी गोहरा में रहते हैं। इनकम टैक्स कीतीसरी छापेमारी लखनऊ में अखिलेश के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके निजी सचिव जैनेंद्रयादव उर्फ नीटू के यहां हुई। 

जैनेंद्र यादव राजधानी के गोमती नगर के विशाल खंड -2में रहते हैं।  हमें तो इनटीमों का इंतजार था- अखिलेश वहीं इनकमटैक्स के छापों के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव रायबरेली से विजय यात्रा की शुरुआतकर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें इंतजार था, अभी इनकम टैक्स की टीम आई है, जबचुनाव और करीब आएगा तब ED और CBI की टीम भी हमारे करीबियों के घरछापेमारी करेगी। अखिलेश ने आगे कहा कि जब इनकम टैक्स का रिटर्न भरा तब क्यों नहींटीम आई। छापेमारी की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि चुनाव हारता देखयोगी सरकार बौखला गई है। 

कहीं भाजपा अपने पैर तो नहीं मार रही कुल्हाड़ी समाजवादी पार्टी के नेताओं वो भी अखिलेश के करीबियों के यहां इस वक्त छापेमारी भाजपा के लिए गले कीफांस बन सकती है। विपक्ष एक बार फिर भाजपा पर सरकारी मशिनरी के दुरुपयोग का आरोपलगाएगा। जिससे यह बात साफ हो जाएगी की सत्तारुढ़ दल विपक्षी दलों को डराने धमकानेके लिए सराकारी एजेंसिंयों की सहायता लेते हैं। जब चुनाव में महज कुछ दिन बचे हैंतो छापेमारी से आम जनमानस में भी एक गलत मैसेज जाता है कि अखिर चुनाव के समय हीछापेमारी क्यों की जाती है, क्यों नहीं यह छापेमारी चुनाव से पहले होती है। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj