एक प्रत्याशी ऐसा भी: पहले चंदे से जुटाया एक-एक रुपया और फिर चिल्लर लेकर पहुंचा नामांकन करने

punjabkesari.in Friday, Nov 18, 2022 - 07:59 AM (IST)

मुजफ्फरनगर(अमित कल्याण): उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की खतौली विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की नामांकन प्रक्रिया के दौरान गुरुवार को एक अजीब किस्सा सामने आया। जिसमें एक निर्दलीय प्रत्याशी 10 हजार रुपए की जमानत राशि चिल्लर के रूप में लेकर नामांकन करने पहुंचा। लेकिन जमानत राशि के रूप में 10 हजार रुपए की ये चिल्लर इस निर्दलीय प्रत्याशी की ना ही तो ट्रेजरी में जमा हो सके और ना ही बैंक में जिसके चलते मायूस होकर यह प्रत्याशी नामांकन स्थल पर ही अपने साथियों के साथ इस चिल्लर को लेकर धरने पर बैठ गया।

एक-एक रुपए की चिल्लर लेकर नामांकन करने पहुंचा निर्दलीय प्रत्याशी
दरअसल आपको बता दें कि मनीष चौधरी नाम का एक व्यक्ति खतौली विधानसभा सीट से उपचुनाव के लिए जिला कलेक्ट्रेट पर 10 हजार रुपए की जमानत राशि के रूप में एक एक रुपए की चिल्लर लेकर नामांकन दाखिल करने पहुंचा था। लेकिन आरोप है कि नामांकन के लिए घंटों तक चक्कर काटने के बाद इस निर्दलीय प्रत्याशी की  जमानत राशि ना ही तो ट्रेजरी में जमा हो सके और ना ही बैंक में जिसके चलते इसका नामांकन दाखिल नहीं हो पाया। जिसके चलते मायूस होकर यह निर्दलीय प्रत्याशी मनीष चौधरी नामांकन स्थल पर ही अपने साथियों के साथ धरने पर बैठ गया।

जानिए, क्या कहना है नामांकन भरने आए मनीष चौधरी का
नामांकन भरने आए मनीष चौधरी का कहना है कि मैंने जब गरीब मजदूर की पीड़ा देखी तो मैं गांव गांव गया और जो किसान मजदूरों के पसीने की कमाई है उससे हर घर से एक-एक रुपया लिया। जब मेरे पास 10 हजार रुपए पूरे हो गए तो मैंने यहां एसडीएम साहब से रिक्वेस्ट की कि हमारे ट्रेजरी में पैसे जमा कर लो। लेकिन 1 घंटे तक पुलिस वालों ने हमें गेट पर ही रोक के रखा। इसके बाद जब नंबर आया तो पहले कहते ट्रेजरी चले जाओ फिर ट्रेजरी वालों ने मुझे बैंक में भेज दिया। इस तरह से ना तो मेरा पैसा ट्रेजरी में जमा हुआ और ना ही बैंक में। आज नामांकन का अखिरी दिन है और मेरा नामांकन नहीं भरा जा सका।

Content Editor

Anil Kapoor