ISI के इस जाल में अब नहीं फंसेंगे भारतीय जवान, यूपी ATS ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
punjabkesari.in Wednesday, Sep 26, 2018 - 03:38 PM (IST)
लखनऊ: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई किस तरह से भारत की सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए फेसबुक की सहायता ले रही है ये पिछले दिनों यूपी एटीएस की जांच में सामने आया है। दरअसल एटीएस ने एक बीएसएफ के जवान को गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए। इन खुलासों से ये पता चलता है कि आईएसआई ने जवानों को फंसाने के लिए फेसबुक पर हसीनाओं की फौज तैयार कर ली है।
अब इस बात की जानकारी मिलने के बाद आईएसआई के हनी ट्रैप के शिकार सेना के जवानों और युवाओं तक पहुंचने के लिए यूपी एटीएस ने हेल्पलाइन नंबर के साथ एक ई-मेल आईडी जारी किया है।
ई-मेल: igats-up@gov.in
हेल्पलाइन नंबर: 9792103082
आईजी एटीएस असीम अरुण ने कहा कि अगर कोई सोशल मीडिया के जरिए किसी बहाने से सैन्य ठिकानों की फोटो और जानकारी मांगे तो तुरंत इसकी जानकारी एटीएस को दें। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने सोशल मीडिया पर अपना जाल फैला रखा है। आईएसआई के लोग फर्जी आईडी से सेना के जवानों, युवाओं को फंसाकर उनका इस्तेमाल कर सूचनाएं इकट्ठा करने का प्रयास कर रहे हैं। इनमें अधिकतर महिलाएं हैं।
इस घटना के बाद लिया गया यह फैसला
19 सितंबर को दिल्ली के एक बीएसएफ जवान को महिला आईएसआई एजेंट के साथ गोपनीय सूचनाएं शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दरअसल, बीएसएफ जवान हनी ट्रैप का शिकार हुआ था। महिला खुद तो डिफेंस रिपोर्टर होने का दावा कर रही थी। व्हाट्सऐप पर बातचीत के दौरान बीएसएफ के जवान ने उसे अकैडमी की संवेदनशील सूचनाएं, तस्वीरें और 3डी मॉडल के साथ हथियार-गोला बारूद की सूचनाएं दी थीं।