आगरावासियों की नई पहल, प्रदूषण रोकने के लिए बनाया बायो टॉयलेट

punjabkesari.in Friday, Jun 15, 2018 - 02:31 PM (IST)

आगराः बढ़ता प्रदूषण पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। चाहे वायु प्रदूषण हो, जल प्रदूषण हो या फिर ध्वनि प्रदूषण। प्रदूषण का असर अब सीधे तौर पर लोगों पर दिखाई देने लगा है। लेकिन आगरा के दयालबाग में प्रदूषण रोकने के लिए अब बायो टॉयलेट बनाए जा रहे हैं। इसमें सीवर लाइन की जरूरत नहीं होती है और न ही भूगर्भ जल संक्रमित होने व वायु प्रदूषण की संभावना रह जाती है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए आगरा के सरन आश्रम अस्पताल में दो बायो टॉयलेट बनाए गए है। 

एक बायो टॉयलेट बनाने पर 35 हजार रुपयेए की लागत आती है। इसमें टॉयलेट चेंबर, सीमेंट का प्लेटफार्म, चेंबर, वॉश बेसिन, ग्लास, पानी की टंकी और पानी की सप्लाई के लिए पाइप लाइन, बायो डायजेटर (जो की गंदगी को फॉर्मेट करके रंगहीन और गंधंहीन पानी अलग करता है), पानी निकासी का पाइप लगाया जाता है। इस टैंक में साइक्रोफिलिक बैक्टीरिया व कोलीफोर्स बैक्टीरिया डाले गए हैं। साइक्रोफिलिक बैक्टीरिया मल को पानी, कार्बन डाइ ऑक्साइड व मीथेन गैस में बदल देता है। पानी फिल्टर से अलग किया जाता है। अवशेष को दूसरा बैक्टीरिया कोली फोर्स खाता है। 

 इन बायो टॉयलेट से निकले पानी को सिंचाई के लिए उपयुक्त बताया है। वहीं इसके उपयोग के लिए दयाल बाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट अभी अवशेष पानी की टेस्टिंग कर रहा है ताकि इस पानी को सिंचाई के लिए उपयोग में लाया सके।

Ruby