राखी के बदले PM मोदी से बुंदेलखंड की महिलाओं ने मांगा ये तोहफा

punjabkesari.in Monday, Aug 20, 2018 - 12:26 PM (IST)

महोबा: पृथक राज्य की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश के महोबा में चल रहे अनिश्चितकालीन आंदोलन में अब बुंदेली महिलाओं ने अपनी सहभागिता दर्ज कराते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राखियां भेज उनसे बुंदेलखंड राज्य के रूप में रक्षाबंधन का तोहफा मांगा हैं। राखी के पवित्र त्योहार को बुंदेलखंड पृथक राज्य आंदोलन से जोड़ते हुए बुंदेली वीरांगनाओं ने एक सप्ताह में 50 हजार राखियां प्रधानमंत्री कार्यालय भेजने का लक्ष्य तय किया है। महिलाओ ने भरोसा जताया है कि प्रधानमंत्री राखी की लाज रखेंगे और उन्हें अलग राज्य की सौगात देंगे।

पृथक बुंदेलखंड राज्य के लिए आल्हा चौक में अपने सहयोगियों के साथ पिछले 53 दिन से अनशन पर बैठे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर ने बताया कि महोबा में भाई-बहन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबन्धन हमेशा अनूठे तरह से मनाया जाता है। पिछले 836 सालों से यहां राखी के पर्व को पूरे देश से अलग एक दिन बाद विजय पर्व के रूप में मनाए जाने की परंपरा है। इसके लिए पूरा नगर दुल्हन की तरह सजाया जाता है। विशाल शोभायात्रा निकाली जाती है। कीरत सागर के तट पर कजली मेला लगता है।

तारा पाटकर ने बताया कि वर्ष 1182 में दिल्ली नरेश पृथ्वीराज चौहान की सेना ने रक्षाबंधन के एक दिन पहले सत्ता हथियाने के लिए चंदेल नगरी महोबा पर हमला किया था और कीरत सागर के तट पर कजली विसर्जित करने गई राजकुमारी चंद्रावल का अपहरण करने का प्रयास किया था लेकिन चंदेल सेना के वीर लड़ाकों आल्हा-ऊदल के पराक्रम के आगे चौहान सेना टिक नहीं सकी। इस युद्ध मे महोबा को विजय प्राप्त हुई हालांकि युद्ध के कारण तब सावन की पूर्णिमा को निर्धारित रक्षाबंधन का पर्व नही मनाया जा सका। इसे अगले दिन विजय पर्व के रूप में पूरे चंदेल साम्राज्य में मनाया गया जो आज भी जारी है।

Anil Kapoor