योगी सरकार फिर हुई सख्त, 15 नवंबर तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के दिए निर्देश

punjabkesari.in Tuesday, Oct 25, 2022 - 01:04 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए एक बार फिर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने 15 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि सीएम योगी के निर्देश अधिकारी भी सड़कों की रिपेयरिंग में जुट गए हैं। वहीं इसे लेकर UPPWD मंत्री जितिन प्रसाद सड़क पर उतर कर हो रहे कार्यो का जायजा ले रहे है। उन्होंने राजधानी लखनऊ में सड़क पर उतर कर सड़क की गुणवत्ता की जांच की। इस दौरान काम में कमी मिलने के दौरान अधिकारियों को फटकार भी लगाई। उन्होंने तय समय के भीतर सड़के गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए।



एक सर्वे के मुताबिक प्रदेश के 15 बड़े शहरों में सड़कों की खस्ता हालत है। जिस पर लोगों का चलना मुश्किल है। लखनऊ, गाजियाबाद, अयोध्या, मेरठ, कानपुर, वाराणसी,  प्रयागराज, समेत अन्य जनपदों की सड़कों का हाल खराब हो चुकी है।  फर्रुखाबाद जिले के सातनपुर आलू मंडी मार्ग का हैं, जहां दूर-दूर तक गड्ढा मुक्त सड़क दिखाई नहीं दे रही है। बल्कि हर जगह बड़े-बड़े गड्ढों का अंबार लगा हुआ है। इनमें कुछ तो डेंजर जोन के रूप में मुंह बाए खड़ी है। शहर की हालात ऐसी है कि सड़कों पर बारिश का पानी जमा रहता है। जिसके कारण लोगों को इस सड़क से गुजरने के लिए चुनौती का सामना करना पड़ता है। लोगों का डर रहता है कि कहीं इन गड्ढों के कारण कोई बड़ा हादसा घटित न हो जाए। लाखों खर्च कर बनाई इन सड़कों की दशा और दुर्दशा को देखने वाला कोई नहीं है। दिन के समय में तो फिर भी गनीमत है, पर रात का सफर तो बिल्कुल ही खतरे से खाली नहीं है।



भगवान राम की नगारी अयोध्या देवा रोड तक अयोध्या रोड पर दयाल रेजीडेंसी कॉलोनी साल 2015 में बनी थी। अयोध्या रोड से कॉलोनी के अंदर से होकर देवा रोड को जाने वाली सड़क डेढ़ किमी लंबी है। यहां करीब 1200 परिवार रहते हैं, मगर 7 साल से सड़क नहीं बनी है। 1500 मीटर की मुख्य सड़क में 1200 मीटर में इतने गड्‌ढे है कि गिने नहीं जा सकते हैं।



मेरठ में लगभग 500 मीटर की सड़क में केवल गड्‌ढे ही गड्डे हैं। जहां गड्‌ढा नहीं वहां सड़क उखड़ चुकी है। वाहन फिसलने से दुर्घटना हो रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कैंट बोर्ड से कई बार सड़क ठीक कराने का आवेदन किया है। मगर सड़क ठीक नहीं होती। फिलहाल अब देखना है कि सरकार के सख्त निर्देश के बाद सड़कों की हालात में कितना सुधार होता है। 
 

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Ramkesh