AMU के कश्मीरी छात्रों की गतिविधियों पर खुफिया एजेंसी रखेंगी नजर, SSP के पत्र के बाद छात्रों में मची खलबली

punjabkesari.in Thursday, Jan 05, 2023 - 09:45 AM (IST)

अलीगढ़(अर्जुन वार्ष्णेय): हमेशा अपने विवादों को लेकर चर्चाओं में रहने वाले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) के छात्र (Student) एक बार फिर से पुलिस (Police) के पत्र के बाद विवादों में गिरते हुए नजर आ रहे हैं। यानी पिछले दिनों एएमयू (AMU) कैंपस में कश्मीरी छात्र (Kashmiri student) व अन्य छात्रों के बीच हुई मारपीट के बाद एसएसपी (SSP) कलानिधि नैथानी ने एक पत्र अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को लिखा है। पत्र में उत्तर प्रदेश के अलावा कश्मीरी व अन्य प्रदेशों के छात्रों की जानकारी मांगी गई है। जानकारी में कश्मीरी छात्रों के नाम, पिता का नाम, घर का पता, और मोबाइल नंबर मांगे गए हैं, क्योंकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कश्मीरी छात्र हमेशा विवादों में रहे हैं, अब खुफिया एजेंसी इन तमाम छात्रों पर निगाहें रखेंगी।

AMU से फरार कश्मीरी छात्र आईएसआई आतंकवादी संगठन में हो गया था शामिल
आपको बता दें पिछले दिनों अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का रिसर्च स्कॉलर कश्मीरी छात्र मन्नान बानी अचानक एएमयू से फरार हो गया और आईएसआई आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया था। हालांकि, कुछ दिन बाद ही वह एनकाउंटर में जम्मू कश्मीर में मारा गया था। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर वसीम अली ने जानकारी देते हुए बताया है कि अलीगढ़ पुलिस द्वारा एक पत्र हमें प्राप्त हुआ है जिसमें छात्रों से संबंधित जानकारी मांगी गई है। यह जानकारी अलीगढ़ पुलिस को उपलब्ध कराई जाएगी। आगे उन्होंने कहा है कि इस तरीके की जानकारी पहले भी हमसे पुलिस ले चुकी है, इसमें कोई नई बात नहीं है। इस बात से छात्रों को नाराज नहीं होना चाहिए।

जानिए, क्या कहना है 12 साल से AMU में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्र का?
वहीं इस मामले में कश्मीरी छात्र ने जानकारी देते हुए बताया कि मुझे यहां पढ़ाई करते-करते 12 वर्ष हो गए है। इस तरीके की जानकारी कभी नहीं मांगी गई है। यह पहली बार मैं देख रहा हूं कि इस तरीके की जानकारी मांगी जा रही है। दूसरा हमें इस बारे में जानकारी नहीं है कि यह इंफॉर्मेशन क्यों नहीं जा रही है, क्योंकि यह जानकारी एसएसपी को जानी है। इस बात को लेकर हम खुद चिंतित हैं। छात्र ने कहा कि पहली बात तो यह है कि स्टूडेंट की जानकारी ऑल लेडी पहले से ही एएमयू इंतजा मियां के पास है, यह लेटर पुलिस के पास भेजने का मतलब है कि छात्रों की प्राइवेसी भंग होना, छात्रों के फोन नंबर भी लिए जा रहे हैं, यह बात हमारी समझ में नहीं आ रही है।

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Anil Kapoor