मोदी को अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी शाहिद के पुरस्कार लौटाने की घोषणा के बाद प्रशासन ने ली सुध

punjabkesari.in Wednesday, Jul 18, 2018 - 02:54 PM (IST)

वाराणसी: अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी स्व. मोहम्मद शाहिद के पद्मश्री एवं अर्जुन पुरस्कारों को उनकी विधवा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लौटाने की घोषणा के बाद प्रशासन ने उनकी सुध ली। वाराणसी के जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने शाहिद की विधवा परवीन शाहिद से यहां स्थित उनके आवास पर जाकर मुलाकात की तथा उनकी मांगों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।

सिंह ने परवीन से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया कि मोहम्मद शाहिद के नाम पर स्टेडियम का नामाकरण करने और राष्ट्रीय स्तर पर हॉकी टूर्नामेंट आयोजित कराने की मांग उन्होंने (परवीन ने) मुख्य रुप से उठाई है। इसके अलावा परिजनों की जीविका के लिए उचित आर्थिक मदद की मांग की है। भारतीय हॉकी के पूर्व कप्तान रहे मोहम्मद शाहिद की विधवा परवीन ने बताया कि सिंह ने उनकी मांगें गंभीरतापूर्वक सुनीं। उन्होंने तमाम मांगें शासन के पास भेजने का उन्हें आश्वान देते हुए बुधवार तक इंतजार करने के लिए कहा है।

परवीन ने चेतावनी दी है यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई, तो वह आगामी 21 जुलाई को मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात कर मोहम्मद शाहिद को मिले सभी प्रमुख पुरस्कार लौटा देंगी। उन्होंने गत सोमवार को केंद्र एवं राज्य सरकारों पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए पति को मिले पुरस्कारों एवं पदकों को मोदी से मिलकर उन्हें वापस करने की घोषणा की थी।

उन्होंने बताया कि वाराणसी के डीजल इंजन रेल कारखाने में कार्यरत मोहम्मद शाहिद की वर्ष 2016 में 20 जुलाई को लंबी बीमारी के बाद असामयिक देहांत हो गया था। इसके बाद सरकार की ओर से उनके परिवार को सांत्वना देने आए लोगों ने कई वादे किए, लेकिन एक पर भी अमल नहीं हुआ। उनका कहना है कि मोदी के गत 2 वर्षों के वाराणसी दौरों के दौरान उन्होंने उनसे मिलने का कई बार प्रयास किया, लेकिन जिला प्रशासन ने मिलने की इजाजत नहीं दी। इसी वजह से उन्होंने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से मिलने का फैसला किया।

उल्लेखनीय है कि शाहिद 1980 में मॉस्को ओलंपिक खेलों में स्वर्ण, 1982 एशियाई खेलों रजत और 1986 एशियाई खेलों कांस्य पदक जीत कर देश का नाम रोशन करने वाली भारतीय हॉकी टीम के प्रमुख सदस्य थे।  शाहिद को खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार की ओर से अर्जुन, एवं पद्मश्री पुरस्कारों से सम्मानित किया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें यशभारती सम्मान एवं पूर्वांचल रत्न सहित अनेक पुरस्कारों से नवाजा था। उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के करीब 10 से अधिक मेडल प्राप्त करने का गौरव हासिल था।

Anil Kapoor