इकबाल अंसारी और परमहंस आचार्य ने की समान नागरिक आचार संहिता को लागू करने की मांग, बोले- मुद्रा एक है तो कानून भी हो एक

punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2023 - 03:21 PM (IST)

फैजाबाद (संजीव आजाद): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक तरफ जहां मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड (Muslim Personal Law Board) समान नागरिक संहिता (uniform civil code) को लेकर विरोध जता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अयोध्या (Ayodhya) में हिंदू संत और मुस्लिम पक्षकार साथ बैठकर सरकार से इसको लागू करने की अपील कर रहे हैं। अयोध्या के तपस्वी छावनी में बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) और जगतगुरु परमहंस आचार्य (Paramhans Acharya) एक साथ बैठे हैं। दोनों ने मिलकर कहा कि हमारे देश में अगर मुद्रा एक है तो कानून भी एक होना चाहिए, सभी धर्म संप्रदाय के लिए एक ही कानून होना चाहिए।

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बता दें कि परमहंस आचार्य ने इकबाल अंसारी के गले में भगवा शाल डालकर उनका अभिनंदन किया तो इकबाल अंसारी ने संत परमहंस को राम दरबार दिया है। बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग करते हुए कहा कि हमारे देश में अगर सिक्का एक है तो कानून भी एक होना चाहिए। देश का कानून सभी के लिए बराबर होना चाहिए अगर अलग-अलग कानून होंगे तो देश तरक्की नहीं करेगा। इसलिए सभी के लिए एक कानून होना चाहिए। ऐसा कानून जो सबको न्याय दें और सबके लिए नेक हों ।



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देश में समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए- परमहंस आचार्य
तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि देश सर्वोपरि है। इसी भावना से समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए और जो देश हित में रोड़ा बन रहा हो उसको ठोकर मारते हुए मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। समान नागरिक संहिता केवल कुछ लोगों के लाभ के लिए नहीं है, बल्कि सभी के लिए और पूरे देश के लिए है। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी चाहते हैं कि, सबके लिए एक कानून हो और जो इसका विरोध करते हैं वह देश को बांटना चाहते हैं। देश विरोधी ताकतों से मिलकर देश को अस्थिर करना चाहते हैं।

Content Editor

Pooja Gill