कोरोना वायरस के मद्देनजर IRCTC ने लिया यह महत्वपूर्ण फैसला
punjabkesari.in Thursday, Mar 19, 2020 - 02:42 PM (IST)
बरेलीः कोरोना वायरस विश्व भर के लिए भय का पर्याय बन गया है। इसको लेकर जगह-जगह सावधानी बरती जा रही है। ऐसे में आइआरसीटीसी ने भी महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जिसके तहत अब ट्रेन में खाना की डिमांड करने वाले यात्रियों को खाने से पहले सैनिटाइजर दिया जाएगा। साथ ही पैंट्री या कैटरिंग के किसी कर्मचारी को बुखार या खांसी है तो उसे यात्रियों की सेवा में नहीं लगाया जाएगा।
बता दें कि हाथ धोने के बाद ही यात्री खाना खाएंगे। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए IRCTC ने यह व्यवस्था लागू की है। इसके साथ ही यात्री भी अब जागरूक भी दिख रहे हैं। अमूमन एक ट्रेन में 25 किलो तक मांस की होने वाली खपत अब घट कर महज पांच किलो के आसपास रह गई है।
सैनेटाइजर का पैकेट न मिलने पर की जा सकती है शिकायत
IRCTC के सीआरएम अश्वनी श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना तेजी से बढ़ता जा रहा रेल यात्रियों के लिए रसोई से लेकर खाना परोसने तक सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। पैंट्री, कैंटीन स्टाफ सैनिटाइजर का पैकेट न दे तो शिकायत की जा सकती है। रसोई के स्टोर में खाद्य पदार्थ एक निश्चित तापमान में रखे जा रहे हैं। साथ ही पैंट्री या कैटरिंग के किसी कर्मचारी को बुखार या खांसी है तो उसे यात्रियों की सेवा में नहीं लगाया जाएगा।
बढ़ी है शाकाहारी थाली की डिमांड
इसके अलावा ट्रेनों में शाकाहारी थाली की डिमांड बढ़ी है। जबकि मांसाहारी थाली में भारी गिरावट आई है। फरवरी माह तक एक ट्रेन में अमूमन 20 से 25 किलो चिकन की खपत हो जाती थी। जो वर्तमान में पांच किलो भी नहीं पहुंच रही है। बरेली जंक्शन से निकलने वाली अवध असम एक्सप्रेस, अमरनाथ एक्सप्रेस में सबसे अधिक चिकन की खपत होती थी।