दुनिया का पहला तैरने वाला CNG स्टेशन IIT ने बनाया, पर्यटकों के लिए आकर्षण का बना केंद्र

punjabkesari.in Thursday, Dec 16, 2021 - 01:45 PM (IST)

वाराणसी: धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए दुनियाभर में मशहूर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र यू ही नहीं विश्व में प्रसिद्ध में है। दरअसल, यहां के गंगा घाटों पर चलने वाले  ईको फ्रेंडली का निमार्ण  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के वैज्ञानिकों ने भी अहम भूमिका निभाई है। आइआइटी की इनक्यूबेटेड कंपनी एक्वाफ्रंट इंफ्रास्ट्रक्चर ने गंगा की धारा पर सीएनजी फिलिंग स्टेशन तैयार किया है। इससे गंगा में चलने वाले सीएनजी नावों को ईंधन मिल सकेगा। यह दुनिया का सबसे पहला तैरता हुआ सीएनजी स्टेशन है। जिसे देख कर हर कोई वैज्ञानिकों को धन्यवाद दे रहा है। वहीं पीएम ने इस कार्य के लिए वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी हैं।

बताया जा रहा है कि खिड़किया घाट को अत्याधुनिक मॉडल घाट के रूप देने से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।  यात्री सीएनजी नावों से काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर तक पहुंचने के लिए नदी का रास्ता अपना सकते हैं। नावों में सीएनजी भरवाने के लिए गंगा तट पर आइआइटी के वैज्ञानिकों ने तैरने वाला सीएनजी स्टेशन तैयार किया है। आईआईटी के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कहा कि यह गर्व की बात है कि हमने काशी विश्वनाथ धाम में अपना योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि इनक्यूबेटेड कंपनी ने नावों के लिए दुनिया का पहला फ्लोङ्क्षटग (तैरने वाला) सीएनजी स्टेशन बनाया है। इसमें खास बात है कि नदी में बाढ़ के दौरान यह नियंत्रित होकर सभी डिस्पेंसर के लिए सीएनजी पाइप लाइन कनेक्शन सुरक्षित रहेंगे। जलस्तर बढ़ने पर पाइप लाइन प्लेटफार्म के साथ ऊपर व नीचे हो सकेंगी।


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Content Writer

Ramkesh

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