उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के नए आयाम पर विमर्श करना जरुरीः राज्यपाल

punjabkesari.in Wednesday, May 13, 2020 - 01:06 PM (IST)

लखनऊः कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा देश भर में तेजी से बढ़ता जा रहा है। लिहाजा देशव्यापी लॉकडाउन का फेज-3 चल रहा है। जो जहां है वहीं कैद है। इससे विद्यार्थियों को विशेष मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सरकार ऑनलाइन लर्निंग के माध्यम से इस कठिन समय में भी पठन-पठान के कार्य को बेहतर ढंग से करने की कोशिश कर रही है। इस पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के नए आयाम पर विमर्श करना जरुरी हो गया है।

बता दें कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में मंगलवार को कोविड-19 उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के नए आयाम विषय पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि शिक्षण एवं प्रशिक्षण जारी रखने के लिए लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के जरिये ऑनलाइन लर्निंग एक अच्छा विकल्प साबित हुआ है। ऑनलाइन लर्निंग को बढ़ावा देने के बावजूद भी शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हुई है। ऐसे में कोविड-19 महामारी की विषम परिस्थितयों में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए विश्व स्तर पर मंथन करना होगा। हमें इस सम्बन्ध में एक व्यापक रणनीति तैयार करने की आवश्यकता है, जो शिक्षण कार्य को निर्बाध गति प्रदान कर सके। उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक वैश्विक माडल तैयार करने की जरूरत है, जिससे विद्यार्थियों को सहज और सुरक्षित शिक्षा प्रणाली मुहैया करवाई जा सके।

कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कुलाधिपति के नेतृत्व में शिक्षा एवं नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है।उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी के बीच विद्यार्थियों तक शिक्षण सामग्री पहुँचाने के लिए आल्टरनेटिव माध्यम विकसित करने पर भी मंथन चल रहा है। जल्द ही सामुदायिक रेडियों और डेडिकेटेड टेलीविज़न ब्राडकास्टिंग के माध्यम से भी टीचिंग की शुरुआत की जाएगी।

Author

Moulshree Tripathi