आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुआ UP का जवान, घर में छाया मातम

punjabkesari.in Wednesday, Nov 23, 2016 - 10:57 AM (IST)

गाजीपुर: जम्मू और कश्मीर में मंगलवार को आतंकवादियों के भारतीय सीमा में घुसने के कोशिश को नाकाम करते हुए भारतीय सेना के 3 जवान शहीद हो गए। इन शहीदों जवानों में से 2 जवान गाजीपुर जिले के थे और एक जवान राजस्थान का। बता दें कि तीनों जवान 57 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद जवान शशांक कुमार सिंह के गाजीपुर जिला स्थित गांव नसीरुद्दीनपुर में जैसे ही उसकी शहादत की खबर पहुंची, पूरे गांव में सन्नाटा और मातम छा गया।

21 मई 2017 को होनी थी शादी
जानकारी के अनुसार 21 मई 2017 को शशांक की शादी होने वाली थी। शशांक कुमार सिंह राष्ट्रीय राइफल में राइफलमैन के पद पर काम कर रहा था। शहीद शशांक के पिता एक किसान हैं। बताया जा रहा है कि शहीद शशांक अपने परिवार में तीनों भाइयों में सबसे छोटे थे और वह 2011 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे।

क्या कहना है शहीद शशांक के पिता का?
आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए शशांक पिता अरुण कुमार सिंह ने कहा कि वह पाकिस्तान से अपने बेटे की मौत का बदला चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे मेरे बेटे के शहीद होने पर गर्व है। मैं चाहता हूं कि मेरे बेटे की शहादत व्यर्थ न जाए। शहीद के पिता का कहना है कि भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें और मेरे बेटे की मौत का बदला ले। वहीं शहीद शशांक का चचेरा भाई नवीन कुमार सिंह फौज में भर्ती होने की तैयारी कर रहा है और अपने भाई की मौत का बदला लेना चाहता है।

क्या कहना है शहीद शशांक के भाई का?
शहीद शशांक के भाई नवीन का कहना है कि मुझे भी फौज में जगह मिले तो मैं उस काम को पूरा करना चाहता हूं जिस काम को मेरे बड़े भाई शशांक कुमार सिंह ने अधूरा छोड़ दिया है। नवीन का कहना है कि मैं अपने बड़े भाई की मौत का बदला पाकिस्तान से लेना चाहता हूं। शहीद शशांक कुमार सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार को उसके पैतृक गांव नसीरुद्दीनपुर लाया जाएगा जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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