UP: मथुरा में घनघोर बारिश के बीच मनायी गयी जन्माष्टमी

punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 12:58 PM (IST)

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में घनघोर बारिश के बीच श्रीकृष्ण जन्मस्थान समेत ब्रज के मन्दिरों एवं घरों में जन्माष्टमी धूमधाम से मनायी गयी। मध्य रात्रि घड़ी की सुइयों के मिलते ही वातावरण घंटे, घड़ियाल , शंखध्वनि एवं जयकारों से गूंज उठा। कुछ क्षेत्रों में तो ब्रजवासी न केवल नृत्य करने लगे बल्कि उन्होंने एक दूसरे के गले मिलकर इस शुभ घड़ी के आने के लिए साधुवाद भी दिया।



श्रीकृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन में रात 10 बजकर 50 मिनट पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा, सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी व अन्य पहुचे तथा अभिषेक का कार्यक्रम शुरू करने के पूर्व उन्होंने नवगृह का पूजन किया। इसके बाद दोपहर 12 बजे भगवान के प्राकट्य के साथ मंदिर में शंख, ढोल-नगाड़े, झॉंझ-मंजीरे और मृदंग बज उठें तथा कान्हा के प्राकट्य की आरती घंटे, घड़ियाल, शखध्वनि के बीच शुरू हुई।   
    


अभिषेक की श्रंखला में आरती के बाद केसर आदि सुगन्धित द्रव्यों को धारण किये हुये भगवान श्रीकृष्ण का चल विग्रह मोछर्लासन पर विराजमान होकर अभिषेक स्थल पर लाया गया। स्वर्ण मण्डित रजत से निर्मित कामधेनु स्वरूपा गौमाता के पयोधरों से निकली पंचामृत की धारा से अभिषेक प्रारंभ हुआ जिसका सीधा प्रसारण टीवी के माध्यम से देखकर ही भक्तों ने संतोष किया। रात एक बजे कान्हा की जयकार एवं नन्द के आनन्द भये जै कन्हैयालाल की उदघोष के साथ ही मंदिर के पट बन्द हुए।       

विख्यात द्वारकाधीश मंदिर, बांकेबिहारी मंदिर समेत वृन्दावन के अन्य मंदिर, गोवर्धन एवं ब्रज के अन्य मंदिरों में भी रात 12 बजे जन्म का अभिषेक किया गया। उधर मल्लपुरा स्थित प्राचीन केशवदेव मंदिर में बुधवार को मंगला के बाद ठाकुर को नवीन पोशाक धारण कराकर अनूठा श्रंगार किया गया। कुल मिलाकर जन्माष्टमी पर समूचा ब्रजमंडल कृष्णमय हो उठा। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण इस बार की जन्माष्टमी में जगह जगह लगनेवाले भंडारों, ब्रज मंडल में जगह जगह होनेवाले आयोजनो, ब्रजमंडल के एक मेले में तब्दील हो जाने की कमी ब्रजवासियों को खटकती रही।

Ajay kumar