झांसी: CO सदर इस्तीफे का मामला पकड़ा तूल, पीपीएस एसोसिएशन ने की कार्रवाई की मांग

punjabkesari.in Tuesday, May 04, 2021 - 08:54 PM (IST)

झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में क्षेत्राधिकारी (सीओ) सदर पद पर तैनात मनीष चंद्र सोनकर के इस्तीफे का मामला तूल पकड़ गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रोहन पी कनय के व्यवहार से आहत होकर इस्तीफा देने वाले सीओ सदर के पक्ष में प्रदेश की पीपीएस एसोसिएशन ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से मामले को संज्ञान में लेकर कारर्वाई की मांग की है।  प्रदेश के झांसी जिले में सीओ सदर के पद पर तैनात पीपीएस अधिकारी की पत्नी कोरोना पॉजिटिव हैं, इसलिए उन्होंने अपनी 04 साल की बच्ची की देखभाल के लिए 6 दिन का अवकाश मांगा था लेकिन एसएसपी रोहन पी कनय ने अवकाश देने से साफ इंकार कर दिया, जिसके बाद सीओ ने परेशान होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद एसएसपी ने सीओ को छुट्टी दे दी, लेकिन इसके साथ ही इस्तीफे की संस्तुति कर उसे राज्यपाल को भेज दिया। अब इसको लेकर उत्तर प्रदेश की पीपीएस एसोसिएशन ने डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की मांग की है।

पीपीएसएसोसिएशन ने ट्वीट किया कि डीएसपी मनीष चंद्र सोनकर के साथ झांसी के एसएसपी द्वारा अपनी कोविड ग्रस्त पत्नी और बेटी की देखभाल के लिए अवकाश मांगने पर इतना मानसिक प्रताड़ित किया गया कि मनीष द्वारा सेवा से त्यागपत्र दे दिया गया। डीजीपी सर तथा अवनीश अवस्थी सर से अनुरोध है, मामले को संज्ञान लेकर यथोचित कारर्वाई करें।

 गौरतलब है कि कि इस घटना के बाद सीओ का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि विपत्तिकाल में भी छुट्टी न देना मतलब साफ है कि इस प्रकार के आईपीएस (जो स्वयं कितना पुलिस ऑफिस आते हैं और क्षेत्र में निकलते हैं, ये जगजाहिर है) हमें अपने से कमतर मनुष्य समझते हैं। यही नहीं वह अभी भी कोलोनियल और सामंती विचारों से ही पीड़ित है जिसने हमको इस कोरोनो काल में दुनिया में सबसे भयावह स्थिति पर ला दिया है। जानकारी के अनुसार, सीओ मनीष ने यूपी एटीएस में रहते हुए आतंकवादियों के खिलाफ कई बड़े ऑपरेशन किए हैं। वह आईएसआईएस के खुरासान मॉड्यूल और नक्सलियों के खिलाफ कई ऑपरेशन कर चुके हैं।  वायरल पत्र में सीओ ने एसएसपी पर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया है। उन्होंने वायरल पत्र में लिखा कि पत्नी कोरोना संक्रमित हो गई थीं। घर में चार साल की अकेली बच्ची की देखभाल के लिए उन्हें 01 से 06 मई तक की छुट्टी चाहिए थी लेकिन उन्हें छुट्टी नहीं दी गई। उन्होंने एक दिन पहले आए फॉलोअर के सहारे बच्ची को छोड़ना उचित नहीं समझा। इस बीच 02 और 03 मई को उनकी ड्यूटी बड़ागांव मतगणना केंद्र पर लगा दी गई। सीओ के मुताबिक उन्होंने चुनावी ड्यूटी के लिहाज से सारी व्यवस्थाएं बना दी। उसके बाद दो मई को उन्होंने फिर अवकाश मांगा लेकिन अवकाश स्वीकृत नहीं हुआ। पत्नी की हालत खराब होने की वजह से वह ड्यूटी पर नहीं आए। उसके बावजूद उनको ड्यूटी पर आने के लिए लगातार मजबूत किया जा रहा था।

एसएसपी रोहन पी कनय ने भी मोबाइल फोन पर उनको वापस ड्यूटी पर आने के लिए कहा। उन्होंने इस पर असमर्थता जताते हुए इस्तीफा देने की बात कही। उसके बाद सीओ मनीष ने एसएसपी के व्हाट्सएप पर ही इस्तीफा लिखकर भेज दिया।  उधर, एसएसपी का कहना है कि सीओ मनीष अतिरिक्त फॉलोअर हटाए जाने से नाराज थे। ड्यूटी में भी लापरवाही बरती, तलब करने पर उन्होंने इस्तीफा लिखकर भेज दिया। उनके इस्तीफे को पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है।  इस पूरे मामले पर एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में है,सहानुभूति पूर्वक उसे निपटाने की कोशिश की जा रही है। जल्द ही मामले को हल कर भी लिया जाएगा।


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Content Writer

Ramkesh

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