झांसी: किसानों के आगे प्रशासन नतमस्तक, कपड़ा उतारो अभियान स्थगित

punjabkesari.in Wednesday, Oct 24, 2018 - 04:37 PM (IST)

झांसीः उत्तर प्रदेश के झांसी में विभिन्न मांगों को लेकर पिछले पंद्रह दिनों से जारी किसान आंदोलन में कपड़ा उतार अभियान शुरू होने के बाद प्रशासन के हाथ पैर फूल गए और आनन फानन में किसानों को मुआवजे की राशि बांटे जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी जिसके बाद बुधवार को दो दिन के लिए किसानों ने कपड़ा उतार अभियान Þ को रोकने का फैसला किया।  

गांधी पार्क में बुंदेलखंड किसान पंचायत के अध्यक्ष गौरी शंकर बिदुआ ने कहा कि अपने कपड़ा उतार अभियान के तहत कल जब किसानों ने अंग वस्त्र में जिलाधिकारी कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपा , उसके बाद प्रशासन पूरी तरह से हिल गया और दोपहर से ही अधिकारी किसानों से मिलने धरना स्थल पर पहुंचने लगे। पहले तो सभी ने आश्वासनों का झुनझुना थमाने का प्रयास किया,लेकिन किसान जब मुआवजा लिए बिना आंदोलन समाप्त करने को तैयार ही नहीं हुए तो अधिकारी लौट गये। इसके बाद कल रात से आज सुबह तक कई दौर की बातचीत हुई। सिंचाई विभाग के मंडल प्रमुख जगदीश सिंह से भी हमारी बात हुई और रात उन्होंने 15 दिनों में मुआवजा देने की बात कही थी जिसे हमने नकार दिया था। 
 

अपर जिलाधिकारी (राजस्व) नागेंद्र ,अपर जिलाधिकारी (प्रशासन)हरिशंकर , क्षेत्राधिकारी , सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता डॉ अंबुज द्विवेदी और अधीक्षाशी अभियंता आर के सिंह सुबह धरना स्थल गांधी पार्क पर आए। इन सभी ने कपड़ा उतार अभियान रोकने की अपील करते हुए बताया कि सिंचाई विभाग के मंडल प्रमुख किसानों के मामले को लेकर लखनऊ गए हैं और मुआवजा बांटने की आधिकारिक स्वीकृति उन्हें मिल गआ है इसके तहत आज शाम से ही किसानों के बैंक खातों में पैसा आना शुरू हो जाएगा।  इस प्रक्रिया के शुरू होने और अधिकारियों के आग्रह के कारण फिलहाल कपड़ा उतार अभियानदो दिन के लिए स्थगित कर दिया है लेकिन साथ ही सभी अधिकारियों को यह भी साफ कर दिया है कि अगर आज से पैसा मिलना शुरू नहीं हुआ तो परसों से हमारा अभियान फिर निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शुरू हो जाएगा। किसानों ने आंदोलन अभी खत्म नहीं किया है। आंदोलन मुआवजा का पूरा पैसा आने के बाद ही खत्म होगा।  


 

Ruby