फर्जी डॉक्टर बनकर कोरोना का इलाज कर रहे थे ‘मास्टर जी’ झांसे में फसे पॉजिटिव मरीज की मौत

punjabkesari.in Thursday, May 20, 2021 - 10:03 AM (IST)

बाराबंकीः कोरोना वायरस का नाम सामने आते ही मानों एक भय का माहौल उपज जाता है। लिहाजा उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इसे लेकर लापरवाही न करने व नियंत्रण को लेकर सख्त हैष मगर आपदा के दौरान मुनाफा कमाने वालों के दिमाग में केवल पैसा दौड़ता है। जिसकी वजह से वह किसी भी कांड को आसानी से अंजाम दे देते हैं। ताजा मामला प्रदेश के बारहबंकी से है। जहां फर्जी डॉक्टर बनकर कोरोना का इलाज मास्टर जी कर रहे थे। लापरवाही का खामियाजा भी पॉजिटिव आदमी को ही भुगतना पड़ा और उसकी जिंदगी खत्म हो गई।

बता दें कि मामला जिले के सफरदरगंज स्थित इंटर कालेज में तैनात सरकारी अध्यापक शिवेन्द्र पटेल (45) लखनऊ में फर्जी डॉक्टर बनकर कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में करके इलाज कर रहा था। उसने दस्तावेजों में बाकायदा नव्या क्योर मेडिक्स नाम से एक मेडिकल सेन्टर बना रखा था जिसमें वह कई डॉक्टर होने का दावा करता था। उसके झांसे में फंसे एक मरीज की मौत हो गई। मृत मरीज की पत्नी से उसने सात दिन में दो लाख रुपये ऐंठ लिए थे। हालत बिगड़ने पर पत्नी अपने पति को डीआरडीओ अस्पताल ले गई जहां उसकी मौत हो गई।

बता दें कि पीड़िता ने चिनहट पुलिस को सूचना दी तो अध्यापक की इस करतूत का खुलासा हुआ। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या व धोखाधड़ी की धारा में एफआईआर दर्ज कर आरोपी अध्यापक को बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया। उसके अन्य साथियों के बारे में भी पता किया जा रहा है। एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी के मुताबिक आरोपी मूल रूप से उन्नाव के सफीपुर का रहने वाला है।

 


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Content Writer

Moulshree Tripathi

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