जीजा ने नाबालिग साली को बनाया हवस का शिकार, मामला दर्ज

punjabkesari.in Sunday, May 21, 2017 - 04:53 PM (IST)

शाहजहांपुरः शाहजहांपुर में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला मालमा सामने आया है। यहां 12 साल की मासूम को उसके दूर के जीजा ने अपनी हवस का शिकार बना डाला। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। इस सबमें सबसे हैरत की बात यह रही कि रात करीब 2 बजे मासूम जब अपने पिता के साथ थाने शिकायत दर्ज कराने पहुची तो मामला दर्ज करने की जगह पुलिस ने उसे रात भर थाने में बैठाए रखा।

छत पर मासूम को सोते देख बिगड़ी नजर 
दरअसल यह शर्मनाक घटना बंडा थाना क्षेत्र के एक गांव की है, यहां दूर के रिश्ते में एक जीजे ने 12 साल की मासूम को अपनी हवस का शिकार बना डाला। जानकारी के मुताबिक बीती रात मासूम अपनी घर की छत पर सो रही थी छत बड़ी होने के कारण मासूम के पिता उससे कुछ दूर पर लेटे थे।

पड़ोसी के दामाद ने किया घिनौना काम
पड़ोस में रहने वाले नन्हे लाल का घर मासूम के घर से जुड़ा हुआ है। इसी का फायदा उठाते हुए नन्हे लाल का दामाद सर्वेश बीती रात छत से छलांग लगाकर मासूम की छत पर आ गया। मासूम की माने तो तभी अचानक उसके मूंह पर किसी ने जोर से हाथ रख दिया, जिससे वह चिल्ला नही पा रही थी। मासूम का कहना है कि उसकी छत पर लकड़ी का ढेर लगा हुआ था। जब उसके मूंह पर हाथ रखा था तब उसने उसको पहचान लिया था। वो सर्वेश था। वह उसे मूंह दबाए लकड़ी के ढेर पर ले गया और उसने गलत काम किया। कुछ देर बाद उसको होश आया।

छत पर ही सो रहा था पिता 
पिता की माने तो वह भी छत पर ही लेटा था, लेकिन उसको कुछ पता नही चल पाया। रात में जब किसी के रोने की आवाज सुनी तो उसने लकड़ी के ढेर के पास जाकर देखा तो उसकी बेटी नग्न अवस्था में लकड़ी के ढेर पर पड़ी थी। जिसके बाद उसने अपनी बेटी से पूरी बात पूछी तब उसने घटना के बारे मे बताया।

थाने में पुलिस ने नहीं की कोई सुनवाईः पिता
उसके बाद वह मासूम को लेकर थाने पहुंचा, लेकिन पुलिस का रवैया ठीक नहीं था। पिता के मुताबिक पुलिस ने उसकी बात नहीं सुनी। थानेदार ने उसको और उसकी 12 साल की बेटी को थाने में रात भर बैठाए रखा। वहीं मीडिया में संलगन के बाद आज सुबह करीब दस बजे उसका मुकदमा दर्ज कर मेडिकल के लिए भेजा गया।

क्या कहना है पुलिस का?
इस मामले में सीओ सुमित शुक्ला की मानें तो बीती रात 12 साल की बच्ची से उसके रिश्ते के जीजा ने रेप किया है जैसा की 12 साल की बच्ची और उसके पिता बता रहे है। उन्होंने कहा कि रात में ही महिला कांस्टेबल और दरोगा को भेजकर बच्ची को थाने ले आए। जिसका मुकदमा दर्ज कर लिया गया है बच्ची को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। बच्ची को थाने मे बैठाए जाने का आरोप पुलिस पर गलत लग रहा है।