जितेंद्र त्यागी बने वसीम रिजवी बोले- दुनिया का सबसे बेहतर धर्म है हिंदू, इस्लाम तो आतंकवादी गुट
punjabkesari.in Wednesday, Dec 15, 2021 - 06:28 PM (IST)
सीतापुर: इस्लाम धर्म छोड़ हिंदू धर्म अपनाने वाले जितेंद्र नारायण सिंह उर्फ वसीम रिजवी खूब चर्चा में रहे हैं। इसी बीच जहां उन्होंने एक तरफ हिंदू धर्म को बेहतर बताया तो वही मुस्लिम धर्म की जमकर बुराई की। जितेंद्र नारायण ने कहा कि हिंदू धर्म, हिन्दू समाज और सनातन धर्म से बेहतर दुनिया में और कोई दूसरा धर्म है ही नहीं। उन्होंने कहा कि उनके मुताबिक इस्लाम कोई धर्म ही नहीं है, बल्कि यह एक आतंकवादी गुट है।
हिन्दू धर्म सबसे बेहतर
सीतापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के दौरान जितेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि दुनिया में सबसे बेहतर धर्म हिन्दू धर्म है। क्योंकि धर्म का अर्थ है मोहब्बत, इंसानियत है। जिस धर्म में मोहब्बत और इंसानियत न हो वह धर्म नहीं, अधर्म है। जब-जब दुनिया में मनुष्य जाति के ऊपर खतरा आया है, तब-तब भगवान ने अवतार लिया है और मनुष्य जाति की सुरक्षा की है। राक्षस नुमा शक्तियों ने हमेशा मनुष्य जाति को नुकसान पहुंचाया है। आज भी रंग-रुप बदल गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अरब की जमीन पर 14 सौ साल पहले दानवीय शक्ति ने जन्म लिया, जो आज पूरी दुनिया में आतंक का एक केंद्र बना हुआ है। मोहम्मद द्वारा जो ये इस्लाम, जिसमें 23 ऑर्गनाइजेशन को जन्म दिया गया। आज उसके मानने वाले ही उससे परेशान है।
दानवीय मानसिकता रखता है इस्लाम धर्म
उन्होने कहा कि हम इसमें बदलाव लाना चाहते थे। हमने उन्हें इंसानियत की तरफ लाना चाहा, लेकिन जो दानव रुप में जन्मा है और दानवीय मानसिकता रखता है, तो वह अपने में बदलाव लाने को तैयार नहीं है। हम नहीं चाहते अलग-अलग धर्म के लोग आपस में लड़े, लेकिन कोई भी आपको नुकसान पहुंचाना चाहता है तो वह भी ठीक नहीं है। हमें सुरक्षित रहना होगा। हमें अपने हिंदुस्तान के साथ-साथ सनातन धर्म को भी बचाना होगा। जितेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि मुझे जब घुटन सी महसूस हुई और यह देखा कि हम एक धर्म को नहीं ,बल्कि एक आतंकी गुट को फॉलो कर रहे हैं, तो हमने सनातन धर्म की ओर कदम बढ़ाया। हमने जिंदगी में पहली बार धर्म इख्तियार किया और आज हमें इस बात की खुशी है कि आज हम इस धर्म में हैं। क्योंकि हमने इस्लाम को कभी धर्म माना ही नहीं। उन्होने आगे कहा कि आईएसआई संगठन ने पूरे हिंदुस्तान को कैप्चर कर रखा है। हर मस्जिद और मदरसे में आईएसआई की शाखा मानसिक रुप से खुली है।
बता दें कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी बनने से पहले वसीम रिजवी उत्तर प्रदेश में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन भी रह चुके हैं। बीते 6 दिसंबर को वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म को छोड़कर जितेंद्र नारायण त्यागी यानी हिन्दु बन गए थे। गाजियाबाद में डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें सनातन धर्म में शामिल कराया था।