षडयंत्र का परिणाम है जेएनयू विवाद : दत्तात्रेय होसबोले

punjabkesari.in Monday, Feb 15, 2016 - 03:39 PM (IST)

मेरठ: देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय जेएनयू को लेकर उठे विवाद के बारे में आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबोले ने आज आरोप लगाया कि यह एक षडयंत्र का परिणाम है, और जिन लोगों ने पाकिस्तान तथा अफजल गुरू के पक्ष में नारे लगाए वे ‘‘गद्दार’’ हैं, और उन पर देशद्रोह का मामला चलाया जाना चाहिए। होसबोले ने यहां संघ के ‘स्वयं सेवक संगम’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेएनयू की घटना को साजिश बताते हुए कहा कि आखिर शिक्षा के मंदिर में देश विरोधी नारे लगाने वालों की पीढ़ी तैयार कैसे हो गई। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्हांेने कहा कि 1975 में पूरे देश को जेल बनाने वाले आज अभिव्यक्ति की आजादी की बात कर रहे हैं। उन्होंेने कहा कि देश विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों के साथ सख्ती से निपटा जाना चाहिए।

संघ के स्वयं सेवकों को चुनौतियों से लडऩे का आह्वान करते हुए, उन्होंने कहा कि देश के अंदर और बाहर की समाज विरोधी तत्वों से खतरा है। एेसे में स्वयं सेवकों की जिमेदारी है कि वह इन चुनौतियों से मुकाबला करते हुए समाज को जगाएं। होसबोले ने कहा कि हिंदुत्व कोई धर्म नहीं, जीवन पद्धति है, देश की सुंगध है। आज पूरी दुनिया इसे मान्यता दे रही है। यही वजह है कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया है। सामाजिक समरसता पर उन्होंने कहा कि पूरा विश्व एक कुटुंब है। समरसता लाने के लिए हमारे समाज को आगे आना होगा। उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार का नाम लिए बगैर उसकी सराहना करते हुए कहा कि जापान के प्रधानमंत्री वाराणसी में मां गंगा की आरती करते हैं। एेसा देश में पहली बार हुआ है। वरना पहले देश में आने वाले विदेशियों को ताजमहल दिखा कर विदा कर दिया जाता था। उन्होंने कहा कि इस समय सुधार साफ नजर आ रहा है। व्यक्ति निर्माण और संस्कार निर्माण का काम हो रहा है।