दबंगों, अपराधियों को योगी सरकार का मौन समर्थन प्राप्तः कांग्रेस

punjabkesari.in Wednesday, May 27, 2020 - 05:55 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि योगी सरकार कोरोना महामारी को रोकने में विफल रही है और लॉकडाउन के बावजूद जातीय हिंसा, हत्या और बलात्कार की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है। चौधरी ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि मजदूरों को घर पहुचाने के लिये कोई पुख्ता इन्तजाम नही हुए, वहीं दूसरी ओर प्रदेश में हत्या, जातीय हिंसा, बलात्कार की घटनाओं में बाढ़ आ गई है।

प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है। योगी सरकार का दबंगों, अपराधियों को मौन समर्थन प्राप्त है। उन्होने कहा कि प्रतापगढ़ के पट्टी थाने के गोविंदपुर-परसद गांव में दबंगों ने कुर्मी परिवारों पर कहर बरपाया। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने घटनास्थल का दौरा किया और पीडितों को सांत्वना दी।

प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व पूर्व सांसद राकेश सचान ने कहा कि योगी सरकार के जंगलराज के चलते कई दर्जन हत्याएं और सैकड़ो हिंसा की घटनाएं हुई है। एटा, आगरा प्रयागराज, चंदौली, संभल, प्रतापगढ़, अमेठी, उन्नाव सहित कई जिलों में जातीय हिंसा की घटनाएं हु है, लेकिन अपराधियो पर अभी तक कोई कार्यवाई नही हुयी। ऐसा प्रतीत होता है कि अपराधियों को योगी सरकार का मौन समर्थन प्राप्त है। प्रतापगढ़ में ही कल कुण्डा के मुरैना गांव में दबंगों ने पटेल समुदाय सात लोगों को मारा पीटा जिसमें गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति की मौत हो गयी। साथ ही जेठवारा थाना के ऐंठी नौबस्ता में दलित परिवार पर हमला हुआ जिसमें दो लोगों की हालत गंभीर है।

कांग्रेस महासचिव मनोज यादव ने कहा कि योगी सरकार दलित-पिछडों का नरसंहार कर रही है। गोविंदपुर में मामूली विवाद के चलते जिस तरह से दबंगो, पुलिस और सत्ता का कहर देखने को मिला, बहुत ही खौफनाक मंजर था। कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त और गुंडाराज का बोलबाला दिखा। प्रतापगढ़ इस समय सामंतवाद का गढ़ बन गया है। प्रतापगढ़ के पट्टी थाने के गोविंदपुर-परसद गांव में कुर्मी समाज पर दबंगो द्वारा हमला किया गया लेकिन प्रशासन अब भी मूकदर्शक बना हुआ है।

पट्टी के पूर्व विधायक राम सिंह पटेल ने कहा कि स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा जहां पीड़ितों की मदद करनी चाहिए वहां खुद पीड़ितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। पुलिस ने पटेल समुदाय के कई लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया तथा पचास से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ितों का अभी तक मेडिकल भी नही हुआ, और दबंगो के खिलाफ अभी तक एफआईआर दर्ज नही हुई।
 


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Tamanna Bhardwaj

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