सातवां वेतन आयोग की मांग को लेकर हड़ताल पर डॉक्टर, इलाज के आभाव से अब तक 5 मरीजों की मौत

punjabkesari.in Thursday, Jun 20, 2019 - 11:34 AM (IST)

अलीगढ़ः सातवां वेतन आयोग की मांग को लेकर अलीगढ़ जेएन मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल जारी है। पर्दशन कर रहे डॉक्टरों की वजह से मरीज इलाज के लिए तड़पते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं ओपीडी से रेफर मरीजों को इमरजेंसी में इलाज नहीं मिल रहा है। जिसके चलते अब तक 5 मरीजों की मौत हो गई है। गंभीर घायल मरीजों को देखकर भी डॉक्टरों का दिल नहीं पसीज रहा है।

इस बारे में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा कि हम लोगों ने 21 मई को प्रशासन को नोटिस दे दिया था कि हम लोग लंबी छुट्टी पर जा रहे हैं। सीनियर डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ कुल मिलाकर 800 लोगों का यहां पर है। वो क्यों नहीं मरीज़ों को देख पा रहे हैं ये यूनिवर्सिटी प्रशासन से पूछिए। सीनियर डॉक्टर फ्लोर पर क्यों नहीं आ रहे हैं। सिर्फ जूनियर डॉक्टरों का ही काम है इमरजेंसी को देखना।

उन्होंने कहा कि हम लोगों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर डॉ. हर्षवर्धन को भी एक ज्ञापन दिया है। जिसमें प्रमुख रूप से हमारी मांगे हैं कि जल्दी से 7 वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाना चहिए। इसके साथ ही पूरे देश भर में डॉक्टरों पर हो रहे हमले के विरोध में एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर सेंट्रल डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जाना चाहिए। वहीं, मरीजों को लेकर आए तीमारदारों ने कहा कि इस हड़ताल से बहुत ज़्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराने लायक पैसे नहीं हैं। मरीज को इस स्तिथि में कहां लेकर जाएं कुछ समझ नहीं आ रहा है। डॉक्टर भी इलाज नहीं दे रहे हैं। हम यहीं चाहते हैं कि ये हड़ताल जल्दी से जल्दी खत्म होनी चाहिए।

इस पूरे मामले पर एएमयू पीआरओ ने भी किसी प्रकार का संतोषजनक जवाब नहीं देते हुए सिर्फ इतना कहा कि यूनिवर्सिटी वीसी ने अपील की है कि हड़ताल को खत्म कर डॉक्टर वापस कार्य पर लौटें। उनकी सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू कराने की मांग पर लगभग कार्रवाई हो रही है। जल्दी उनकी मांग पूरी हो जाएगी। वहीं सीनियर डॉक्टरों के गायब रहने व ठप्प हुई इमरजेंसी सेवाओं पर जब उनसे जवाब पूछा तो वह धन्यवाद देकर उठ गए।

Tamanna Bhardwaj