कन्हैया ही नहीं ओवैसी को भी जान से मारना चाहता था अमित जानी

punjabkesari.in Tuesday, Apr 19, 2016 - 01:02 PM (IST)

मुजफ्फरनगर: जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद को मारने के लिए जेएनयू में भेजी गई पिस्टल को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि पिस्टल को खरीदने के पीछे नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी का मकसद ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को जान से मारने की साजिस का हिस्सा था। इसके लिए उसने 3 पिस्टल खरीदी थी।

 
मुजफ्फरनगर उपचुनाव में ओवैसी अपने प्रत्याशी का चुनाव प्रचार करने के लिए जाने वाले थे। लेकिन उनके प्रत्याशी ने चुनाव पूर्व अपना नाम वापस ले लिया था जिसके कारण ओवैसी का मुजफ्फरनगर जाने का दौरा रद हो गया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उन्हीं पिस्टल को उसने जेएनयू में कन्हैया कुमार और उमर खालिद को मारने के लिए भेजा था। उसने जेएनयू के कुछ छात्रों से संपर्क किया और उन्हें पहले 9 एमएम की दो पिस्टल भेजी और फिर 14 अप्रैल को एक और पिस्टल भेजने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने सूचना मिलने पर बरामद कर लिया।
 
सौरभ अग्रवाल और सुलभ भारद्वाज गिरफ्तार 
बता दें कि अमित जानी ने बीते गुरुवार को जेएनयू के एक छात्र के लिए पिस्टल, चार कारतूस और एक पत्र डीटीसी बस रूट संख्या-615 से भेजा था जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया था। मामले में अमित जानी का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उसके भाई सौरभ अग्रवाल और उसके दोस्त सुलभ भारद्वाज को रविवार को गिरफ्तार कर लिया था। 
 
अमित जानी दिल्ली से फरार
पुलिस सूत्रों की मानें तो भाई सौरभ अग्रवाल के गिरफ्तार होने के बाद अमित जानी दिल्ली से फरार हो गया है। दिल्ली पुलिस, स्पेशल सेल और आइबी की टीमें उसकी तलाश में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी कर रही हैं। लेकिन अब तक उसका सुराग नहीं लग सका है। पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की है।