दागदार हुई खाकी! दलित के मकान पर कानपुर पुलिस ने करा दिया था कब्जा, पूरी पुलिस चौकी लाइन हाजिर

punjabkesari.in Wednesday, Mar 23, 2022 - 02:15 PM (IST)

कानपुर: यूपी की कानपुर पुलिस का नया कारनामा सामने आया है। यहां एक दलित परिवार को उसके घर से निकाल कर बेघर कर दिया गया है। बताया गया कि पुलिस के सामने दबंग ने दलित के मकान पर कब्जा कर लिया। इतना ही नहीं, दलित युवक को चोरी के झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी। यह मामला पुलिस कमिश्नर और डीसीपी साउथ के संज्ञान में आने पर दोषी पाए जाने पर पूरी यादव मार्केट चौकी को लाइन हाजिर कर दिया गया। इन सभी 14 पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी की जाएगी। 

जानिए क्या है पूरा मामला?
बर्रा थाना क्षेत्र में रहने वाले महादेव के मकान पर उमराव नाम के दबंग ने कब्जा कर लिया था। आरोप है कि यह कब्जा पुलिस की मौजूदगी में हुआ था। दरअसल महादेव ने अपना मकान बेचने के लिए उमराव से 35 लाख की डील की थी। जिसमें से उमराव ने लगभग 10 लाख रुपया देकर महादेव से रजिस्ट्री करा ली थी। उमराव बाकी का बचा हुआ पैसा नहीं दे रहा था, इस लिए महादेव कब्जा नहीं दे रहे थे। उमराव ने फर्जी रजिस्ट्री बताकर महादेव पर केस करा दिया। उधर महादेव ने भी सिविल केस दायर कर दिया था। जिससे मामले में दोनों तरफ से मुकदमा दायर हो गया।

इसी दौरान दिसंबर 2021 में महादेव की मौत हो गई। उमराव ने कोर्ट को गुमराह करते हुए दावा किया कि उस मकान में मेरा कब्जा है। पुलिस उमराव की तरफ से पार्टी बन गई। इसके बाद उमराव ने बीते 23 फरवरी को जबरन मकान पर कब्जा कर लिया और महादेव के परिवार को बेघर कर दिया गया। इसके साथ ही दबाव बनाने के लिए महादेव के बेटे राजकुमार पर चोरी की झूठी एफआईआर दर्ज करा दी गई।

ये हुए हैं लाइन हाजिर 
चौकी इंचार्ज आशीष कुमार मिश्रा, एसआई राहुल कुमार गौतम, जयवीर सिंह, हेड कांस्टेबल गणेश कुमार, कमला पती, प्रदीप कुमार, शिव प्रताप सिंह, सिपाही लोकेश कुमार, नवनीत राजपूत, अश्वनी कुमार, भूपेन्द्र दीक्षित, नागेन्द्र सिंह चौहान, अतुल कुमार और जितेन्द्र सिंह।

Content Writer

Tamanna Bhardwaj