केशव मौर्य ने बताया किसलिए नहीं दिया मुसलमानों को टिकट

punjabkesari.in Monday, Feb 20, 2017 - 06:34 PM (IST)

लखनऊः यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने एक निजी न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमारी पार्टी को एक भी ऐसा मुसलमान कार्यकर्ता नहीं मिला जिसे टिकट दी जाती और वो जीत जाता। केशव प्रसाद ने मायावती से सवाल करते हुए कहा कि उन्होंने दलितों का टिकट काटकर मुसलमानों को क्यों दिया? उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार आई तो सिर्फ अखिलेश के 5 साल की ही नहीं बल्कि मायावती के 5 साल और मुलायम सिंह के कार्यकाल 14 साल के भ्रष्टाचार की जांच करवाएगी। 

मोदी करते है सबका साथ, सबका विकास की बात
मोदी सरकार ने सबका साथ, सबका विकास के साथ अपनी योजनाएं लागू की हैं। हमने ध्रुवीकरण की कोई कोशिश नहीं की है, हम तो सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार मुस्लिम बेटियों के इंटर पास करने पर 30 हजार रुपए देती है, लेकिन हिंदू बेटियों के लिए कुछ नहीं, लेकिन बगल के मध्य प्रदेश में इस तरह की योजनाएं बिना भेदभाव लागू की जाती है।

भाजपा करती है सेकुलरवाद का विरोध
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमारी पार्टी सेकुलरवाद का विरोध करती है। अगर हम मुसलमान प्रत्याशी को टिकट दे देते तो हमें सेकुलर माना जाएगा, तो ऐसा सेकुलरवाद भाजपा को नहीं चाहिए। और इसीलिए मुसलमान को टिकट नहीं दिया गया। बीजेपी उसी को टिकट देगी जो जीतने लायक होगा, पार्टी के सर्वे में आएगा, कार्यकर्ता की सहमति होगी। उन्होंने कहा कि यूपी में हमें एक भी ऐसा कार्यकर्ता नहीं मिला जिसे हम टिकट देते तो वो जीत जाता। 

अखिलेश और मायावती ने दलितों के टिकट काट दिए मुसलमानों को
केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश और मायावती से सवाल पूछते हुए कहा कि उन्होंने दलितों का टिकट काटकर मुसलमानों को टिकट क्यू दिया है। उन्होंने दलितों का टिकट काटकर मुसलमानों को क्यों दिया। दोनों यह बताएं कि मुसलमानों की आबादी कितनी प्रतिशत है, उनका हक कितना बनता है जो इतने टिकट दिए गए। यह जवाब उनको देना पड़ेगा। हमारे पास कार्यकर्ता नहीं है, जब होगा हम लडवाएंगे। 

रेप के आरोपियों को अखिलेश सरकार ने बनाया अपना मंत्री
सपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध का ग्राफ बढ़ा है, दो-दो रेप के आरोपी अखिलेश सरकार में मंत्री है और अखिलेश के रहते उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई कितनी चिंता की बात है। जब सुप्रीम कोर्ट ने गायत्री के खिलाफ आदेश दिया तब रिपोर्ट लिखने का आदेश हुआ। गायत्री के बारे जब सुप्रीम कोर्ट को बोलना पड़े तो सुप्रीम कोर्ट के हालात आप समझ सकते हैं। यूपी की पीड़ित जनता की इस सरकार में सुनवाई नहीं हुई।