संजय सिंह के आरोप पर खन्ना का पलटवार, कहा- दिल्ली वालों का ‘AAP' ने निकाला दम

punjabkesari.in Sunday, Jul 04, 2021 - 10:20 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह द्वारा सरकार पर मेडिकल उपकरण की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन घोटाला करने वाली केजरीवाल सरकार यूपी की योगी सरकार के कार्यों पर प्रश्नचिन्ह लगा रही है।

खन्ना ने रविवार को कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में ऑक्सीजन घोटाला किया। ऑक्सीजन की मांग को चार गुना बढ़ा दिया था जिससे दूसरे प्रदेशों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो सकती थी यह किसी भी सरकार का एक आमनवीय चेहरा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद में धांधली आम आदमी पार्टी ने की है। उन्होंने कहा कि ये वही आम आदमी पार्टी है जिसने 90 हजार के ऑक्सीमीटर खरीदे थे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के सभी आरोप झूठे हैं। इन खोखली बातों से वो महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के सराहनीय कार्यों की झूठला नहीं सकती है। देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा उत्तर प्रदेश ने बेहतर रणनीति के अनुसार कार्य किया जिसके कारण आज उत्तर प्रदेश की स्थिति अन्य प्रदेशों से काफी बेहतर है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी को यह पता होना चाहिए कि चिकित्सा क्षेत्र में बेहतर इलाज के लिए नई नई तकनीकों का प्रयोग किया जाता है जिसके लिए अस्पतालों में बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं देने के लिए नई तकनीक वाले उपकरणों की जरूरत होती है। ऐसे में हर उपकरण का एक बेसिक मॉडल तो वहीं उसका एक दूसरे मॉडल भी होते हैं। उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर के बेसिक मॉडल के साथ ही बाजार में उस कंपनी के ही अलग अलग फीचर के ये वेंटिलेटर मौजूद हैं जिनके दाम बेसिक मॉडल से ज्यादा होते हैं। वेंटिलेटर (ड्रेजर) का बेसिक मॉडल जो नॉन अपग्रेडेबल है उसके दाम 10.5 लाख प्लस जीएसटी है वहीं इसके अपग्रेडेबल मॉडल के लिए अधिक राशि दी गई है। इसी तरह से प्रदेशवासियों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं देने के लिए एमएमवी मॉनिटरिंग मिनट वॉल्यूम, ऑटो फ्लो मॉड्यूल जैसे आधुनिक तकनीक से लैस चिकित्सीय उपकरणों का ऑडर्र दिया गया है।

उन्होंने कहा कि एमपी ने 10.5 प्लस जीएसटी वाले क्लासिक मॉडल का ऑडर्र दिया वहीं लखनऊ के केजीएमयू ने बिना किसी मॉड्यूल के चुनिंदा मॉडल का आडर्र दिया जिसकी किमत 12.5 लाख प्लस जीएसटी है। प्रदेश में सभी मशीनें पारदर्शिता निविदा प्रक्रिया के जरिए से उचित दामों पर खरीदी गई हैं।


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Content Writer

Umakant yadav

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