यूपी रोडवेज की ऐसी बस देखी है, अखिलेश यादव बोले; खटारा सरकार की खटारा बस!
punjabkesari.in Tuesday, Dec 13, 2022 - 12:13 PM (IST)

रायबरेली(शिवकेश सोनी): परिवहन विभाग की रायबरेली डिपो बसों की हालत क्या है। इसका सीधा उदाहरण एक वायरल वीडियो सहित पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के द्वारा ट्विटर पर डाली गई फोटो में देखा जा सकता है। अब ट्विटर पर यह फोटो व वायरल वीडियो चर्चा का विषय बन गया है।
खटारा सरकार की खटारा बस! pic.twitter.com/IL8vBZI8aJ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 12, 2022
अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर कर लिखा- खटारा सरकार की खटारा बस
आपको बता दें कि जहां रायबरेली जिले के बस स्टॉप की हालत बद से बदतर है वहीं उसमें खड़ी होने वाली ज्यादातर बसों की भी हालत खस्ताहाल है। उन्हीं बसों में से एक बस रायबरेली डिपो की इस समय चर्चा का विषय बन गई है जिसके पीछे का हिस्सा गायब है और सीट खुली दिखाई दे रही हैं। किसी ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जिसकी फोटो को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट से अपलोड किया और लिखा- खटारा सरकार की खटारा बस। ज्ञात हो कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के किए गए ट्वीट खटारा सरकार की खटारा बस के बाद रायबरेली के जिला प्रशासन व परिवहन विभाग में हड़कंप मच गया।
रायबरेली डिपो की खस्ताहालत बस बन गई चर्चा का विषय
मामला रायबरेली कि परिवहन विभाग से जुड़ा है। जहां एक रायबरेली डिपो की बस जिस का पीछे का हिस्सा पूरी तरह से गायब है और बस रोड पर फर्राटा भरते हुए चली जा रही है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो गया। परिवहन विभाग के अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। वायरल वीडियो कब का है, इसकी जानकारी नहीं हो पाई है। इस वायरल वीडियो और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा यह फोटो ट्विटर पर डालने के बाद राजनीति में गर्माहट आ गई है, क्योंकि इसी जिले के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह है, वहीं यह सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र भी है।
मामले में सरकार ने दिया स्पष्टीकरण
बताया जा रहा है कि इस मामले में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रायबरेली डिपो द्वारा अवगत कराया गया कि संदर्भित बस कानपुर से लखनऊ आते वक्त पीछे से किसी वाहन द्वारा टक्कर मार दिये जाने के कारण क्षतिग्रस्त हो गई। जो क्षेत्रीय कार्यशाला लखनऊ मरम्मत हेतु भेजी गई थी तथा मार्ग पर फोटो खींचकर ट्वीट कर दिया गया कि वाहन यात्रियों को लेकर संचालित हो रही है, जबकि वाहन में कोई यात्री नहीं था एवं वाहन मरम्मत हेतु भेजी गई थी। एवं फोटो लेकर ट्वीट करके विभाग के प्रति गलत दुष्प्रचार किया जा रहा है।