झांसी से किडनैप 2 बिजनैसमैन को STF ने छुड़ाया, 3 घंटे तक चली मुठभेड़

punjabkesari.in Thursday, Jul 27, 2017 - 12:52 PM (IST)

आगरा: 3 घंटे की मुठभेड़ के बाद आखिरकार एस.टी.एफ. ने उन 2 व्यापारियों को बदमाशों के चंगुल से छुड़ा लिया, जिनका अपहरण 12 जुलाई को हुआ था।व्यापारियों के अपहरण के पीछे बर्खास्त सिपाही विनोद जाट का नाम सामने आ रहा है। उस पर पुलिस ने 50 हजार का ईनाम भी रखा है।

12 जुलाई को झांसी से बिजनैसमैन राजू कमरिया और राहुल अग्रवाल का अपहरण हुआ था। राजू सर्राफ और राहुल इलैक्ट्रॉनिक्स नामी बिजनैसमैन हैं। अपहरण के बाद बदमाशों ने 30 करोड़ की फिरौती मांगी थी। यूपी सरकार के आदेश पर एस.टी.एफ. के डी.आई.जी. मनोज तिवारी ने लखनऊ और झांसी एस.टी.एफ. की संयुक्त टीम बनाई। सर्विलांस से एस.टी.एफ. को आगरा-राजस्थान के सैया बॉर्डर पर अपराधियों की लोकेशन मिली थी। सैया टोल पर सी.सी.टी.वी. में पुलिस को अपराधियों की गाड़ी दिखाई दे गई थी।

आगे की सीट पर बर्खास्त सिपाही विनोद जाट वर्दी पहने हुए दिखते ही पुलिस को गिरोह की पूरी जानकारी हो गई। इससे पहले एस.टी.एफ. ने एक बदमाश को सोमवार को कमलानगर से गिरफ्तार किया। उसने दोनों व्यापारियों का पता बता दिया। लिहाजा सुबह से ही एस.टी.एफ. ने रैकी शुरू कर दी।

रात होते ही एस.टी.एफ. ने बिल्डिंग को घेर लिया। पार्किंग के अंदर इनोवा गाड़ी में एक बदमाश बैठा हुआ था। अंधेरे में पुलिस का अंदाजा लगते ही बदमाश ने फायर कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग कर बदमाश को दबोच लिया। पुलिस जैसे ही अपहरणकर्त्ताओं के फ्लैट के पास पहुंची, मुठभेड़ शुरू हो गई। दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी एस.टी.एफ. ने दोनों व्यापारी को अपनी सुरक्षा में लिया। इस दौरान करीब 5-6 बदमाश भाग निकले।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले में अपार्टमैंट के गार्ड की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस के आने के बाद उसने चिल्लाना शुरू किया था। इसके साथ ही जिस ब्रांड की शराब गार्ड के पास थी, ठीक उसी ब्रांड की शराब बदमाशों के पास थी। मुठभेड़ के बाद देर रात तक पुलिस इलाके में अपराधियों को ढूंढती रही। झांसी में स्वाट टीम के प्रभारी विक्रम सिंह ने कहा, बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस कोशिश कर रही है। उस कार को बरामद कर लिया गया है, जिससे दोनों व्यापारियों का किडनैप हुआ था। यह कार दिल्ली की बताई जा रही है।