गांव में मिलते हैं बच्चों को अच्छे संस्कार: कुमार विश्वास

punjabkesari.in Wednesday, Feb 28, 2018 - 09:57 AM (IST)

जौनपुरः आम आदमी पार्टी के नेता और जानेमाने कवि कुमार विश्वास का मानना है कि बंटी-बबली शहर में ही नहीं गांव में भी होते हैं और गांव में बच्चों को अच्छे संस्कार मिलते हैं। एक स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित करते हुए डा. विश्वास ने कहा कि विद्यालयों में फिल्मी गीतों पर नृत्य बंद होने चाहिए। हमारे देश में अनेक प्रकार के लोक संगीत, शास्त्रीय संगीत हैं। हमें बच्चों को वही सिखाना चाहिए और अंग्रेजी छोड़कर हिंदी, भोजपुरी में बात करनी चाहिए।

उन्होंने अपनी कविताओं और शेरो-शायरी के माध्यम से छात्र-छात्राओं से लेकर विद्यालय के मैनेजमेंट तक को नसीहत दी और उनका उत्साह वर्धन भी किया। उन्होंने शहर और गांव की संस्कृति का अंतर बताते हुए कहा कि शहरों में लोग कुत्ता पालते हैं और गांवों के लोग गाय पालते हैं। बीच-बीच में वे राजनीति पर तंज भी कसते रहे। डॉ. विश्वास ने कहा कि मैंने एक मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री बनने की शुभकामना दी तो वे बन भी गए, उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर था।

इस मौके पर विश्वास ने छात्रों में आत्मविश्वास जगाने, हौसला बुलंद करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और एयरफोर्स की महिला पायलट अवनी चतुर्वेदी, कल्पना चावला और रानी लक्ष्मीबाई का उदाहरण दिया। छात्रों और अध्यापकों की मांग पर उन्होंने अपनी रचना ‘कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है... सुनाकर मनोरंजन किया। डा. विश्वास ने बच्चों को नसीहत देते हुए कहा कि माता-पिता व गुरुजन का हमेशा सम्मान करना चाहिए उन्हीं के आशीर्वाद से बच्चे तरक्की कर सकेंगे।