11 गोलियां मार कर सरेराह मुख्तार के करीबी की हत्या, विधायक हत्या कांड का था मुख्य गवाह

punjabkesari.in Thursday, Jan 07, 2021 - 09:43 AM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधी दोनों की संख्या में तेजी से इजाफा दर्ज हो रहा है। राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड स्थित भीड़ भरे कठौता पुलिस चौकी के सामने बुधवार रात घात लगाए तीन बदमाशों ने मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां दागकर उसकी हत्या कर दी। अजीत बाहुबली मुख्तार अंसारी का करीबी व जीयनपुर के विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू सिंह हत्याकांड का गवाह भी था।

मुख्तार अंसारी के सहयोगी गैंग के रूप में रजिस्टर्ड है अजीत का गैंग
बता दें कि इस वारदात के दौरान उसके परिचित मोहर सिंह के पैर में भी तीन गोलियां लगीं हैं। वहीं ताबड़तोड़ चली गोलियों की जद में आने से वहां से गुजर रहा फूड डिलीवरी बॉय भी घायल हो गया है। अजीत का गैंग मऊ जिले में रजिस्टर्ड है, इसका मेन शूटर मोहर सिंह है। मुख्तार अंसारी गैंग के सहयोगी गैंग के रूप में गैंग रजिस्टर्ड है। पुलिस के अनुसार, अजीत को 10 से 11 गोलियां लगी हैं।

अजीत के SUV से उतरते ही बदमाशों ने बरसा दीं गोलियां 
पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने बताया कि अजीत गोमतीनगर विस्तार स्थित राप्ती अपार्टमेंट में रहता था। वह मूलरूप से मऊ के भदीड़ गांव का रहने वाला था। रात करीब आठ बजे वह मोहर सिंह के साथ किसी काम से कठौता चौराहे के पास स्थित उदय टावर आया था। दोनों के एसयूवी से उतरते ही पहले से घात लगाए तीन बदमाशों ने गोलियां बरसा दीं। फायरिंग से पूरे इलाके में भगदड़ मच गई। अजीत लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा। मोहर शोर मचाते हुए बदमाशों के पीछे भागा, लेकिन तब तक वे बाइक से फरार हो गए। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवा रही है। अजीत के साथी से पूछताछ के साथ मऊ व आजमगढ़ पुलिस से संपर्क किया गया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि अजीत के खिलाफ मऊ व आजमगढ़ में पांच हत्या सहित 17 केस दर्ज हैं।

 

Moulshree Tripathi