महाराष्ट्र में साधुओं की हत्या: देवबंदी उलेमा बोले-मॉब लिंचिंग की घटना ने संविधान को दिखाया ठेंगा

punjabkesari.in Tuesday, Apr 21, 2020 - 04:28 PM (IST)

सहारनपुर: देवबंदी उलेमा कारी इशहाक गोरा ने महाराष्ट्र में साधुओं के साथ हुई मॉब लिंचिंग की कड़ी निंदा की है। देवबंदी उलेमा ने इस मामले की निंदा करते हुए कहा है कि हमारा देश भटकता जा रहा है। मॉब लिंचिंग की इस घटना ने संविधान को ठेंगा दिखाने का काम किया है। उलेमा ने मांग करते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और सरकार इस मामले को लेकर सख्त कानून बनाए।



आपको बता दें कि महाराष्ट्र में जूना अखाड़े के संतों को भीड़ ने घेरकर पीट-पीटकर हत्या कर दी है। इसके साथ ही उनके ड्राइवर की भी हत्या कर दी गई है। चौंकाने वाली बात तो ये है कि यह पूरी घटना पुलिस के सामने हुई और पुलिस ने संतों को भीड़ के हाथों मरने के लिए छोड़ दिया। मॉब लिंचिंग की इस घटना से संत समाज में काफी गुस्सा देखा जा रहा है। जूना अखाड़े ने 3 मई को लॉकडाउन खत्म होते ही देश भर के संतों को महाराष्ट्र कूच करने का आह्वान भी किया है।

वहीं इस घटना पर देवबंदी उलेमाओं ने भी शोक व्यक्त किया है। इस घटना से उलेमा जगत को गहरा आघात पहुंचा है। संतों की हत्या की खबर ने अंदर तक झकझोर दिया है। यह घटना सोचने पर मजबूर कर रही है कि हमारा देश किस रास्ते पर जा रहा है। उलेमा समाज इसकी कड़ी निंदा करता है। 

Ajay kumar