Loksabha Election 2024: जानिए नगीना लोकसभा सीट का इतिहास, क्या है जातिगत और चुनावी आंकडे़?

punjabkesari.in Sunday, Mar 24, 2024 - 01:05 PM (IST)

Loksabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की नई लोकसभा सीटों में से एक नगीना सुरक्षित सीट है। ये सीट नए परिसीमन के बाद साल 2008 में अस्तित्व में आई थी। साल 2009 में इस सीट पर पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ। इससे पहले नगीना लोकसभा क्षेत्र बिजनौर का हिस्सा था। यह लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। यहां लगभग 25 फीसदी एससी वोटर हैं और 50 फीसदी के आसपास मुस्लिम मतदाता हैं।  इस लिहाज से ये सीट काफी अहम हो जाती है। साल 2009 में पहली बार जब इस सीट पर चुनाव हुआ तब समाजवादी पार्टी के यशवीर सिंह धोबी ने जीत हासिल की, लेकिन साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में यशवीर सिंह बीजेपी के यशवंत सिंह से यहां हार गए थे। पिछले चुनाव में इस सीट पर बीएसपी के गिरीश चंद्र जाटव ने जीत दर्ज की थी।

नगीना सुरक्षित लोकसभा सीट अन्तर्गत कुल पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें नजीबाबाद, नगीना सुरक्षित, धामपुर, नहटौर सुरक्षित और नूरपुर की सीट शामिल है। हालांकि ये सभी सीटें बिजनौर जिले में आती हैं।


साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में तीन सीटें नजीबाबाद, नगीना सुरक्षित और नूरपुर समाजवादी पार्टी ने जीती हैं। जबकि दो सीटें धामपुर और नहटौर सुरक्षित पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। दोनों ही सीट पर बहुत मामूली अंतर से बीजेपी प्रत्याशी चुनाव जीते हैं।

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

नगीना सुरक्षित सीट पर साल 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें तो इस सीट पर बीएसपी के गिरीश चंद्र जाटव 5 लाख 68 हजार 378 वोट पाकर जीते थे उन्होंने बीजेपी के यशवंत सिंह को 1 लाख 66 हजार 832 वोटों के बड़े अंतर से हराया था दूसरे स्थान पर रहे यशवंत सिंह को 4 लाख 1 हजार 546 वोट मिले थे। यहां तीसरे स्थान पर कांग्रेस की ओमवती देवी रही थी। जिनके खाते में केवल 20 हजार 46 वोट ही आए थे।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 
नगीना सुरक्षित सीट पर साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें तो इस सीट पर बीजेपी के यशवंत सिंह जीते थे। उन्होंने सपा के यशवीर सिंह धोबी को 92 हजार 390 वोटों से हराया था। यशवंत सिंह को कुल 3 लाख 67 हज़ार 825 वोट मिले थे। जबकि सपा के यशवीर धोबी को 2 लाख 75 हज़ार 435 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर रहे बीसपी उम्मीदवार गिरीश चंद्र जाटव को 2 लाख 45 हजार 685 वोट मिले थे। 

एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2009 में नगीना सुरक्षित लोकसभा सीट पर हुए पहले चुनाव में समाजवादी पार्टी से यशवीर सिंह धोबी ने जीत दर्ज की थी। यशवीर ने बीएसपी के आरके सिंह (राम किशन सिंह) को हराया था। यशवीर को कुल 2 लाख 34 हजार 815 वोट मिले थे। जबकि बीएसपी के आरके सिंह को 1 लाख 75 हज़ार 127 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर आरएलडी के मुंशी रामपाल थे। मुंशी रामपाल को 1 लाख 63 हज़ार 62 वोट मिले थे।

नगीना सुरक्षित लोकसभा उत्तर प्रदेश की सीट नंबर- पांच है। ये मुस्लिम और दलित बहुल सीट है। मगर जाट, ठाकुर और ओबीसी बिरादरी के मतदाता भी यहां जीत-हार में अपनी भूमिका निभाते हैं। इस सीट पर साल 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ था। दूसरा साल 2014 और तीसरा साल 2019 का हुआ। इस सीट का अभी तक का तीन चुनाव का इतिहास है कि हर बार यहां की जनता ने नई पार्टी को चुनाव जीताकर अपना नया सांसद चुना है। इस सीट पर साल 2009 में सपा, 2014 में बीजेपी और साल 2019 में बीएसपी ने अपना खाता खोला था। देश में आम चुनाव 2024 का ऐलान हो चुका है। इस सीट पर बीजेपी ने तीन बार के विधायक ओम कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। सपा-कांग्रेस गठबंधन ने पूर्व जज मनोज कुमार पर दांव चला है। जबकि बीएसपी ने अभी प्रत्याशी नहीं उतारा है। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण  इस बार यहां पर ताल ठोक रहे हैं। चंद्रशेखर के मैदान में आने से इस बार यहां सभी दलों के बीच मुकाबला कड़ा  होने के आसार हैं।

 

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Imran